टीवी की तरह ओटीटी के भी सेल्फ रेगुलेशन चाहता है सेंसर बोर्ड

Like TV, censor board wants self-regulation of OTT
टीवी की तरह ओटीटी के भी सेल्फ रेगुलेशन चाहता है सेंसर बोर्ड
टीवी की तरह ओटीटी के भी सेल्फ रेगुलेशन चाहता है सेंसर बोर्ड

डिजिटल डेस्क, मुंबई। ओटीटी प्लेटफार्म यानी इंटरनेट पर चलने वाले नए जमाने के मनोरंजन एप पर प्रसारित समाग्री को लेकर शिकायतें बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में वेब सीरीज "तांडव" और "मिर्जापुर" को लेकर मचे बवाल के बाद इन्हें सेंसर के दायरे में लाने की मांग तेज हो गई है। पर केंद्रीय फ़िल्म प्रमाणन बोर्ड यानी सेंसर बोर्ड चाहता है कि ओटीटी प्लेटफार्म के लिए भी टीवी चैनलों की तरह सेल्फ रेगुलेशन का नियम बनाया जाए।  सेंसर बोर्ड सूत्रों के अनुसार केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रलाय ने इस बारे में सेंसर बोर्ड से सलाह मांगी थी। सेंसर बोर्ड ने ओटीटी प्लेटफार्म की सामग्री को सेंसर बोर्ड से पास कराने की बजाय टीवी की तरह सेल्फ रेगुलेशन के दायरे में लाने की सलाह दी थी।

गौरतलब है की फिलहाल फिल्में ही प्रमाणपत्र के लिए सेंसर बोर्ड कमेटी के सामने आती हैं। मनोरंजन टीवी चैनलों पर प्रसारित टीवी सीरियल सेंसर बोर्ड के सामने नहीं आते। टीवी सीरियल के खिलाफ कोई शिकायत होने पर दर्शक इंडियन ब्रॉडकास्टिंग फाउंडेशन (आईबीएफ) के पास अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। आईबीएफ इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए संबंधित टीवी चैनल को नोटिस जारी करता है। सेंसर बोर्ड के अधिकारी चाहते हैं कि वेब सीरीज के लिए भी ऐसी ही व्यवस्था बनाई जाई।

अदालत पहुंच रहे मामले
पिछले कुछ दिनों में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आने वाली फिल्म और वेब सीरीज को लेकर हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई मामले पहुचे हैं। आठ राज्यों के हाईकोर्ट ने इस मामले को लेकर सरकार से अश्लीलता पर रोक लगाने के लिए दिशानिर्देश बनाए जाने की सलाह भी दी  है।

Created On :   25 Jan 2021 9:21 AM GMT

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