कोरोनाकाल में फर्जी बिल बनाकर खूब लूटा

Looted a lot by making fake bills in Corona period
कोरोनाकाल में फर्जी बिल बनाकर खूब लूटा
भ्रष्टाचार कोरोनाकाल में फर्जी बिल बनाकर खूब लूटा

डिजिटल डेस्क, नागपुर । कोविड की आपदा को मनपा में भ्रष्टाचारी प्रवृत्ति ने अवसर में बदल दिया। स्वास्थ्य विभाग में स्टेशनरी घोटाला सामने आने पर अब सभी विभागों की जांच शुरू हो गई है। अतिरिक्त आयुक्त दीपक कुमार मीणा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। घनकचरा प्रबंधन, लाइब्रेरी, जन्म-मृत्यु, शिक्षण विभाग जांच कमेटी के रडार पर हैं।

कोविड के बहाने करोड़ों की चपत : कोविड से निपटने आवश्यक सामग्री की पूर्व निर्धारित दर पर बिना निविदा के खरीदी की गई। मनपा में विविध पदों पर बैठे मौका परस्तों ने अधिकार का दुरुपयोग कर बिना सामग्री खरीदी किए सप्लायर भुगतान कर कोविड के बहाने करोड़ों रुपए की चपत लगाई गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा बिना प्रावधान किए गए 41 फाइलों का 67 लाख रुपए भुगतान किए जाने का मामला सामने आने पर खलबली मच गई। अन्य विभागों में भी इस तरह के घोटाले की आशंका को दूर करने आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने सभी विभागों की जांच के आदेश दिए हैं। अतिरिक्त आयुक्त दीपक कुमार मीणा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति गठित कर जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। एक सप्ताह में जांच पूरी कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।

खर्च के आंकड़ों का कोई भी रिकॉर्ड नहीं, भारी असमानता
सूत्रों ने बताया कि विविध विभागों से जांच कमेटी ने फाइलें अपने पास मंगा ली है। जिन फाइलों का भुगतान किया गया, उनमें से कई फाइलों का रिकॉर्ड नहीं है। रिकॉर्ड पर किया गया भुगतान और फाइल के आंकड़ों में असमानता है। मनपा में लेटर एंड फाइल मैनेजमेंट प्रणाली से गुजरने के बाद फाइल को मंजूरी देकर भुगतान किया जाता है। अनेक फाइलें इस प्रणाली बिना गुजरे ही सीधे भुगतान किया गया है। इन फाइलों में स्टेशनरी, फर्नीचर तथा अन्य सामग्री खरीदी की फाइलों का समावेश है।

सबसे बड़ा कारण
स्टेशनरी खरीदी भ्रष्टाचार में कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों की पूरी श्रृंखला जुड़ी है। दरअसल, अनेक अधिकारी, कर्मचारी एक पद पर बरसों से कुंडली मारकर बैठे हैं। भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलने का यह भी एक कारण है। नियम अवधि में उनका तबादला होना चाहिए।

जन्म-मृत्यु विभाग में 1 करोड़, 10 लाख का घोटाला
स्वास्थ्य विभाग में स्टेशनरी खरीदी घोटाले के बाद जन्म-मृत्यु विभाग में 1 करोड़, 10 लाख रुपए के घोटाले का आरोप नगरसेवक विजय झलके ने पत्र परिषद में लगाया। उन्होंने कहा कि इस घोटाले में छोटे कर्मचारियों को निलंबित कर अधिकारियों का बचाव किया जा रहा है। अधिकारियों की मिली-भगत के बिना इतना बड़ा घोटाला संभव नहीं है।  

आरोप गंभीर हैं.... कुछ बानगी
एनडीआरएफ से आपदा प्रबंधन निधि मिली। उसका प्रशासन ने काेई हिसाब नहीं दिया।  
राधास्वामी सत्संग में मरीजों के लिए 5 हजार बेड व अन्य सामग्री खरीदी थी, कहां हैं अब।  
क्वारेंटाइन सेंटर पर मरीजों के भोजन व नाश्ते में भी बड़ा भ्रष्टाचार किया गया है। 

 

Created On :   17 Dec 2021 6:01 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story