आकाश से गिरे धातु के टुकड़े चीनी उपग्रह के!
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। पिछले वर्ष 2 अप्रैल 2022 को चंद्रपुर जिले के सिंदेवाही तहसील और परिसर में आकाश से आग के गोले बरसे थे। देखने पर धातु की बड़ी िरंग और अलग-अलग जगह आधा दर्जन से अधिक फुटबॉलनुमा सिलेंडर मिले थे। ये टुकड़े किस उपग्रह के हंै? इसे लेकर तर्क-वितर्क लगाए जा रहे थे। जहां एक साल बाद इस पर से परदा हटा और टुकड़े चीन के लाँगमार्च उपग्रह के होने की बात स्पष्ट हुई है। इस संबंध में अमेरिका की चंद्रा ऑब्जर्वेटरी के एक वैज्ञानिक ने दावा किया है। हालांकि संवेदनशील मामला होने के चलते इसरो ने इसे जाहीर नहीं किया है। इस संबंध में सरकार को रिपोर्ट देने की भी जानकारी है।
जानकारी के अनुसार चीन ने लाँगमार्च यह उपग्रह अंतरिक्ष में छोड़ा था। वह बंगाल की खाड़ी में गिरना अपेक्षित था परंतु उपग्रह के टुकड़े समंदर में न गिरते हुए विविध देशों में गिरे थे। जहां चंद्रपुर के लाडबोरी में बड़ी रिंग व सिलेंडर गिरे थे। इस संबंध में चंद्रपुर के खगोल अभ्यासक प्रा.सुरेश चोपण के अनुसार पिछले साल 2 अप्रैल की रात सिंदेवाही तहसील में आकाश से रिंग व कुछ सिलेंडर गिरे थे, जिससे खलबली मच गई थी। यह क्या है, कहां से आए? इसे लेकर तर्क-वितर्क लगाए जा रहे थे। मौके पर जांच पड़ताल करने पर पता चला कि यह सैटेलाइट के टुकड़े होने की बात स्पष्ट हुई किंतु कौनसे सैटेलाइट के टुकड़े हंै, यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा था।
बता दें कि घटना के बाद 8 अप्रैल की दोपहर 12 बजे इसरो के बैंगलोर स्थित आकाश संस्था के दो वैज्ञानिक एम. शाहजहान और मयूरेश शेट्टी सिंदेवाही परिसर में 2 अप्रैल को गिरे सेटैलाइट रॉकेट बूस्टर के टुकड़े देखने के लिए आए थे। सर्वे करने के बाद सैटेलाइट के टुकडो़ं को जांच पड़ताल के लिए साथ ले गई थी। ये टुकड़े चंद्रपुर जिले के अलावा हिंगणघाट, वर्धा के साथ गुजरात, मध्यप्रदेश में भी मिले थे। चोपणेे ने बताया कि, अमेरिका की चंद्रा ऑब्जर्वेटरी इस संस्था के वैज्ञानिक ने यह टुकड़े शायद चीन के लाँगमार्च सैटेलाइट के होने की बात कही। इसरो ने भी यह स्पष्ट किया है किंतु संवेदनशील मामला होने के चलते इसरो ने इसे जाहीर नहीं किया है। सरकार को रिपोर्ट भेजी है।
Created On :   6 April 2023 3:15 PM IST