शराब के शौकीनों को मध्यप्रदेश सरकार का तोहफा, अप्रैल से कई फ्लेवर में मिलेगी वाइन

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शराब के शौकीनों को मध्यप्रदेश सरकार का तोहफा, अप्रैल से कई फ्लेवर में मिलेगी वाइन
शराब के शौकीनों को मध्यप्रदेश सरकार का तोहफा, अप्रैल से कई फ्लेवर में मिलेगी वाइन

डिजिटल डेस्क, कटनी। प्रदेश में शराब पीने के शौकीनों को कड़वी नहीं, जल्द ही मीठी शराब पीने को मिलेगी। सरकार राजस्व को बढ़ाने केो लिए कंपनियों से मीठी शराब बनाने को कहा है। जी हां, शौकीन बगैर पानी मिलाएं ही शराब का लुत्फ उठा सकेंगे। आबकारी विभाग ने राजस्व बढ़ाने के उद्देश्य से नई तरकीब सोची है। विभाग का मानना है कि मीठी शराब के बाजार में उतरने के बाद राजस्व में भारी बढ़ोत्तरी होगी।

अप्रैल से होगी उपलब्ध
जानकारी के मुताबकि अगले सत्र से प्रदेश में कई फ्लेवर (स्वाद) की मीठी शराब उपलब्ध होगी। इस संबंध में कंपनियों ने आबकारी विभाग को आवेदन भी दिए है। विभाग ने यह कवायद उस समय प्रारंभ की है, जब दूसरे राज्यों में मीठी शराब के ब्रांड तेजाी से बिक रहे है। विभागीय अफसरों ने बताया कि निसंदेह मीठी शराब के ब्रांड से प्रदेश के राजस्व में तेजी के साथ बढ़ोत्तरी होगी।  अप्रैल माह से मीठी शराब प्रदेश में बिक्री के लिए उपलब्ध रहेगी।


नींबू मिंट व एप्पल फ्लेवर में होगी शराब
प्रदेश सरकार राजस्व बढ़ाने के लिए कई फ्लेवर में शराब उतारेंगी। प्रदेश जिन ब्रांडों में रूचि दिखाई गई है, उनमें वोदका, व्हिस्की और सिग्नेचर जैसे ब्रांड मौजूद है। बाजार में नींबू, मिंट और एप्पल फ्लेवर की शराब उपलब्ध है। आबकारी महकमा इसके अलावा अन्य ब्रांडों को भी तैयार करा रही है, जिसे पानी या सोड़ा मिलाएं पिया जा सके। कंपनियों के आवेदन में इस बात का उल्लेख है कि वे ऐसी शराब का उत्पाद कर रहे है, जिसमें अल्कोहल की मात्रा बहुत होगी। शराब को शौकीन उसे सीधे पी सकेंगे। मीठी शराब में पांच एवं देशी शराब में 75 फीसदी अल्कोहल रहता है। 

मौजूदा लक्ष्य पांच हजार करोड़
प्रदेश में प्रति वर्ष शराब से लगभग पांच हजार करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हो रहा है। जो पिछले वित्तीय वर्ष से 15 फीसदी अधिक है। सरकार ने इस वर्ष आबकारी से 5500 करोड़ रुपए के राजस्व का लक्ष्य रखा है। सरकार ने राजस्व बढ़ाने के लिए मीठी शराब उतारने का निर्णय लिया है। गौरतलब हो कि अन्य राज्यों में कम मात्रा में अल्कोहल की मात्रा वाली शराब की बिक्री तेजी के साथ हो रही है। महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश की तर्ज पर मीठी शराब की इंट्री के लिए तत्कालीन आयुक्त आबकारी एसक वैद्य ने प्रस्ताव बनाया था। 

वहीं इस बारे में आबकारी विभाग के डिविजनल कमिश्नर प्रमोद कुमार झा ने बताया कि बाजार में कई फ्लेवर की शराब मौजूद है। अगले सत्र से कई और नए ब्रांड दुकानों पर उपलब्ध होंगे। 

Created On :   1 Dec 2017 11:54 PM IST

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