राजनीतिक आरोपों के बीच गुरुवार को हिंसा के साये में होंगे निकाय चुनाव

Municipal elections will be held under the shadow of violence on Thursday amid political allegations
राजनीतिक आरोपों के बीच गुरुवार को हिंसा के साये में होंगे निकाय चुनाव
त्रिपुरा राजनीतिक आरोपों के बीच गुरुवार को हिंसा के साये में होंगे निकाय चुनाव
हाईलाइट
  • SC निर्देश पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम

डिजिटल डेस्क, अगरतला। राजनीतिक हिंसा के आरोपों के बीच त्रिपुरा में गुरुवार को निकाय चुनाव होने जा रहे है। उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

पुलिस महानिरीक्षक अरिंदम नाथ ने कहा कि त्रिपुरा पुलिस और त्रिपुरा राज्य राइफल्स के अलावा बड़ी संख्या में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और सीमा सुरक्षा बल के जवानों को तैनात किया जाएगा। नाथ ने आईएएनएस से कहा टीएसआर के जवानों और पुलिस को मतदान केंद्रों पर तैनात किया जाएगा और केंद्रीय बलों को इलाके में वर्चस्व और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संवेदनशीलता की दृष्टि से 20 थानों के अंतर्गत 644 मतदान केंद्रों को अलग-अलग श्रेणी में रखा गया है और उसी के अनुसार बल की तैनाती की जाएगी। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि आठ जिलों के सभी 20 थानों में मोबाइल पेट्रोलिंग के लिए पर्याप्त संख्या में वाहन उपलब्ध कराए गए हैं।

पुलिस मुख्यालय से जारी एक बयान में कहा गया सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद अगरतला नगर निगम (एएमसी) और अन्य नगर निकायों के चुनावों के लिए सीआरपीएफ की 15 अतिरिक्त टुकड़ियां भी मुहैया कराई जा रही हैं।लंबित वारंटों के निष्पादन के लिए विशेष अभियान शुरू किया गया है और कुल 161 लंबित वारंटों को निष्पादित किया गया है। नागरिक चुनावों की घोषणा के बाद अब तक 433 गिरफ्तारियां की गई हैं। सभी रिपोर्टों में कानून की उपयुक्त धाराओं के तहत विशिष्ट मामले दर्ज किए गए हैं। राजनीतिक हिंसा की घटनाएं। चुनाव की घोषणा के बाद से अब तक 57 राजनीतिक मामले दर्ज किए गए हैं।

शीर्ष अदालत ने तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य सुष्मिता देव की एक याचिका आने के बाद त्रिपुरा पुलिस से यह सुनिश्चित करने को कहा था कि किसी भी राजनीतिक दल को गुरुवार को होने वाले नगरपालिका चुनावों के लिए शांतिपूर्ण तरीके से प्रचार करने से नहीं रोका जाए। इसी तरह के निर्देश माकपा की याचिकाओं के बाद त्रिपुरा उच्च न्यायालय द्वारा भी दिए गए थे।  राजनीतिक हिंसा और पिछले तीन महीनों के दौरान तृणमूल की गतिविधियों में तेजी को देखते हुए त्रिपुरा में 51 सीटों वाली एएमसी और अन्य नगर निकायों के लिए गुरुवार को होने वाले चुनावों की ओर देश का ध्यान आकृष्ट किया है।

सभी विपक्षी दलों द्वारा चुनाव पूर्व हिंसा और डराने-धमकाने के आरोपों के बीच, सत्तारूढ़ भाजपा ने एएमसी और 19 अन्य शहरी स्थानीय निकायों, नगर परिषदों और नगर पंचायतों की 334 सीटों में से 112 (34 प्रतिशत) निर्विरोध जीत ली। राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) के अधिकारी ने कहा कि भाजपा ने पहले ही सात नगर निकायों में बहुमत हासिल कर लिया है, पश्चिमी त्रिपुरा में जिरानिया, रानीर बाजार, मोहनपुर, विशालगढ़, दक्षिणी में संतिर बाजार और उदयपुर, उत्तरी त्रिपुरा में त्रिपुरा और कमालपुर। अब भाजपा, माकपा नीत वाम और तृणमूल कांग्रेस सहित विभिन्न दलों के 785 उम्मीदवार एएमसी और अन्य नगर निकायों में 222 सीटों के लिए मैदान में हैं। वोटों की गिनती 28 नवंबर को होगी।

 

(आईएएनएस)

Created On :   24 Nov 2021 6:00 PM GMT

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