नागपुर जिले में एक दिन में हुई 700 रजिस्ट्री, मिला करोड़ों का राजस्व
डिजिटल डेस्क, नागपुर। 31 मार्च आर्थिक वर्ष के आखिरी दिन जिले में जमीन-जायदाद संबंधी करीब 700 रजिस्ट्री हुई। इससे सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। 31 मार्च को रजिस्ट्री होने से यह व्यवहार साल 2022-23 में गिना जाएगा।
हर दिन 600 रजिस्ट्री : नागपुर जिला (शहर व ग्रामीण) में 21 जगह दुय्यम निबंधक के कार्यालय हैं, जहां से मकान व जमीन की रजिस्ट्री होती है। हर दिन लगभग 600 रजिस्ट्री होती है, लेकिन मार्च महीने में रजिस्ट्री का प्रमाण बढ़ जाता है। शहर में 9 व ग्रामीण में 12 जगह रजिस्ट्री होती है। शहर में सह दुय्यम निबंधक व ग्रामीण में दुय्यम निबंधक कार्यालय में रजिस्ट्री की जाती है। शहर में रजिस्ट्री पर 7 फीसदी स्टॉम्प ड्यूटी लगती है, जबकि ग्रामीण में 5 व 6 फीसदी स्टॉम्प ड्यूटी है। छोटे गांवों की संपत्ति की रजिस्ट्री पर केवल 5 फीसदी स्टॉम्प ड्यूटी लगती है।
3 महीने कर सकते हैं रजिस्ट्री : नागपुर जिले के सह निबंधक कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि मार्च महीने में रजिस्ट्री का प्रमाण बढ़ जाता है। 1 अप्रैल से भी स्टॉम्प ड्यूटी में कोई वृद्धि नहीं हो रही। स्टॉम्प ड्यूटी यथावत रहेगी। जिन्होंने स्टॉम्प ड्यूटी जमा की है, वह अगले 3 महीने तक रजिस्ट्री कर सकते हैं। स्टॉम्प पेपर की किल्लत का रजिस्ट्री पर कोई असर नहीं होता है। रजिस्ट्री के लिए ई-चालान के माध्यम से स्टॉम्प ड्यूटी भरी जाती है।
Created On :   1 April 2023 2:31 PM IST