नागपुर संभाग के 376 बांध पूरी तरह लबालब

Nagpur divisions 376 dams are completely full
नागपुर संभाग के 376 बांध पूरी तरह लबालब
अच्छी बारिश से नागपुर संभाग के 376 बांध पूरी तरह लबालब

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मौसम विभाग के 4 दिनों के भारी बरसात के अलर्ट के बाद पहले ही दिन जोरदार बारिश हुई। जिले के बड़े, मध्यम और छोटे बांधों में शत-प्रतिशत जल-संग्रहण होने के बाद जलविसर्ग आरंभ कर दिया गया है। जिले में तोतलाडोह के 4, कामठी खैरी के 10 नांद के 5 और वड़गांव बांध के 3 गेट को खोल दिए गए हैं। जलसंपदा विभाग का आपदा प्रबंधन कक्ष प्रत्येक बांध के आरएसओ (रिजर्व वॉयर शेड्युल) के अनुसार, जलस्तर के संवर्धन और विसर्ग की निगरानी कर रहा है। इसके साथ ही अगले 4 दिनों तक बांधों की सुरक्षा और जलस्तर को बनाए रखने को लेकर भी टास्क फोर्स के माध्यम से जानकारी ले रहा है।    

बड़े 5 बांध ओवरफ्लो  : पिछले 24 घंटे में जिले के बड़े बांधों के लाभक्षेत्र में भारी बरसात दर्ज हुई है। जलसंपदा विभाग ने तोतलाडोह में 1006 दस लक्ष घनमीटर जलजमाव होने पर 183 क्यूमेक्स जल विसर्ग आरंभ कर दिया है। पिछले सप्ताह तक बंाध में 1001 दस लक्ष घनमीटर जलजमाव हुआ था। कामठी खैरी में 141 दस लक्ष घनमीटर जलजमाव होने पर 390 क्यूमेक्स जल विसर्ग आरंभ कर दिया है। पिछले सप्ताह तक कामठी खैरी में 139 दस लक्ष घनमीटर जलजमाव था। खिंडसी में 103 दस लक्ष घनमीटर जलजमाव होने पर 3.49 क्यूमेक्स जल विसर्ग आरंभ कर दिया है। वहीं, वड़गांव में 129 दस लक्ष घनमीटर जलजमाव होने पर 72.18 क्यूमेक्स जल विसर्ग किया जा रहा है। नांद प्रोजेक्ट में 48 दस लक्ष घनमीटर जलजमाव होने के चलते 94.88 क्यूमेक्स जलविसर्ग किया जा रहा है। 

बांधों पर रखी जा रही नजर : जलसंपदा विभाग के मुताबिक, विभाग में बड़े, मध्यम और छोटे 376 बांध मौजूद हैं। विभाग में बड़े श्रेणी के 18 बांध पूरी तरह से भर चुके हैं, जबकि मध्यम श्रेणी के 40 और लघु श्रेणी के 183 बांध पूरी तरह से भर चुके हैं। इसके अलावा भंडारा, गोंदिया और गड़चिरोली के 135 मालगुजारी तालाब भी पूरी तरह से लबालब हो चुके हैं। जलसंपदा विभाग से जलसंग्रहण की स्थिति की लगातार जांच की जा रही है, ताकि बांधों की क्षमता के अनुरूप जलस्तर को रखकर अतिरिक्त जल का विसर्ग किया जाए। 

जलसंग्रहण पर कड़ी निगरानी : पिछले 24 घंटों में पर्याप्त से अधिक बरसात दर्ज हुई है। ऐसे में सर्कल स्तर के विभागों को एसओपी (स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर्स) के पालन के निर्देश दिए गए हैं। अगले 4 दिनों में बरसात से संगृहीत जलस्तर की निगरानी और विसर्जन को भी पूरा करने का निर्देश दिया गया है। जिला प्रशासन समेत जलसंपदा विभाग संभावित अतिवृष्टि की स्थिति को देखते हुए कड़ी निगरानी रख रहा है।   -सुधाकर बोरले, सहायक मुख्य अभियंता, जलसंपदा विभाग

Created On :   13 Sep 2022 5:11 AM GMT

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