सिर्फ आवश्यक सेवा शुरू, जी-20 के लिए अतिरिक्त कर्मचारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर चल रही हड़ताल के दूसरे दिन जहां मनपा और जिला परिषद में कामकाज प्रभावित हुआ, वहीं सरकारी अस्पतालों में उपचार सेवा लड़खड़ा गई।
मनपा में सन्नाटा : मनपा के जोन कार्यालयों में सन्नाटा था। कर्मचारी के वाहन थे, लेकिन कर्मचारी जगह पर नहीं थे। इस कारण अन्य आवश्यक काम से आने वाले नागरिकों को वापस लौटना पड़ा। सिर्फ अत्यावश्यक सेवा शुरू रही। अन्य प्रशासकीय कामकाज लगभग बंद था।
जी-20 के काम पर असर : 20 मार्च से नागपुर में जी-20 की बैठक है। शहर सौंदर्यीकरण की जिम्मेदारी मनपा पर है, किन्तु हड़ताल का इस पर परिणाम होते दिख रहा है। ऐसे में अब मनपा को अतिरिक्त कर्मचारी वर्ग इस काम में लगाना पड़ रहा है। अत्यावश्यक सेवा के कर्मचारियों का इसके लिए उपयोग किया जा रहा है। ठेकेदारों के माध्यम से यह काम किए जा रहे हैं, लेकिन फाइलों का निपटारा और अन्य काम के लिए मनपा कर्मचारी की जरूरत महसूस हो रही है।
नोटिस देने की प्रक्रिया शुरू : इस बीच कामकाज प्रभावित होने से मनपा प्रशासन ने हड़ताली कर्मचारियों को नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि फिलहाल किसी को नोटिस नहीं दिया गया, लेकिन संबंधितों के नाम नोटिस तैयार किए जा रहे हैं। कर्मचारी संगठनों ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हमें भी इसकी जानकारी मिली है। जब नोटिस मिलेगा, उसका जवाब दिया जाएगा, लेकिन मांग पूरी हुए बिना हड़ताल से अब पीछे हटने से इनकार कर दिया है।
मेस्मा का डर नहीं : बुधवार को हड़ताली मनपा कर्मचारियों ने मुख्यालय के प्रवेश द्वार पर जोरदार नारेबाजी की। इसके बाद लॉंग मार्च निकालकर संविधान चौक के आंदोलन में सहभागी हुए। राज्य भर में हड़ताल सफल होने से राज्य सरकार ने दबाव तंत्र का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। सरकार ने मेस्मा लागू करने के संकेत दिए हैं। किन्तु मनपा कर्मचारियों ने मेस्मा को नजरअंदाज करते हुए कहा कि संवैधानिक अधिकारों के लिए लड़ाई होने से कार्रवाई मान्य है। अभी नहीं तो कभी नहीं वाली भूमिका है।
सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा लड़खड़ाई
शहर के मेयो, मेडिकल, डागा व कामगार बीमा अस्पताल में उपचार सेवा लड़खड़ा सी गई है। नियोजित शल्यक्रिया भी नहीं हो पा रही है।
मेडिकल : मेजर 7 व माइनर 58 शल्यक्रिया ही हो पाई। 3 नार्मल डिलीवरी व 4 सिजेरियन डिलीवरी हुई।
मेयो : मेजर 19 व माइनर 3 शल्य क्रिया की गई। नार्मल डिलेवरी 11 व सिजेरिंग डिलेवरी 10 की गई।
मरीज कम : मेयो व मेडिकल अस्पताल के ओपीडी में भी मरीजों की संख्या कम रही। सरकारी अस्पतालों में निजी मेडिकल संस्थाओं के विद्यार्थियों की सेवाएं ली जा रही हैं।
अधिकांश कर्मी हड़ताल पर
मेयो व मेडिकल के 95 प्रतिशत कर्मचारी हड़ताल पर हैं। हड़ताल में मेयो से 340 व मेडिकल अस्पताल से 950 नर्सेस शामिल हुई हैं। मेडिकल से 450, ट्रामा सेंटर से 40 सुपर स्पेशलिटी से 100 व मेयो से 320 से अधिक अटेंडंेट व स्वच्छता कर्मचारी शामिल हुए हैं।
Created On :   16 March 2023 11:18 AM IST












