पशु वैद्यकीय महाविद्यालय में प्राध्यापकों को नो एंट्री

No entry to professors in veterinary college
पशु वैद्यकीय महाविद्यालय में प्राध्यापकों को नो एंट्री
आंदोलन पशु वैद्यकीय महाविद्यालय में प्राध्यापकों को नो एंट्री

डिजिटल डेस्क, नागपुर।   महाराष्ट्र पशु व मत्स्य विद्यापीठ (माफसु) अंतर्गत नागपुर पशुवैद्यकीय महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने शुल्क वसूली के विरोध में आंदोलन किया। यह विद्यार्थी इंटर्नशिप के अंतिम साल में सरकारी व गैरसरकारी संस्थाओं में सेवा देते हैं। इस दौरान महाविद्यालयों में किसी भी तरह की गतिविधियां संचालित नहीं होती है। इसके बावजूद उनसे इस एक साल के लिए 14 हजार रुपए ट्यूशन फीस ली जा रही है। इस बात का विरोध करते हुए विद्यार्थियों ने गुरुवार को महाविद्यालय के सामने आंदोलन किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने महाविद्यालय के मुख्यद्वार पर ताला लगाकर प्राध्यापकों को भी प्रवेश नहीं करने दिया।

पशुवैद्यकीय महाविद्यालय में विद्यार्थी साढ़े पांच साल के पशुचिकित्सा विज्ञान व पशु संगोपन (बीवीएसई एंड एएच) इस स्नातक पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश लेते हैं। इसमें साढ़े चार साल  उन्हें पाठ्यक्रम पढ़ाया जाता है। अंतिम एक साल में उन्हें राज्यभर के अलग-अलग हिस्सों में सरकारी या गैर सरकारी संस्थानों में इंटर्नशिप करनी पड़ती है। इस दौरान उनकी शिक्षा गतिविधियां बंद रहती है। इसके बावजूद उनसे अंतिम वर्ष की फीस वसूली की जाती है। इस फीस का विद्यार्थियों ने विरोध किया है। ऊपर से उन्हें किसी तरह की छात्रवृत्ति भी नहीं मिलती है। विद्यार्थियों के अनुसार उन पर जबरदस्ती आर्थिक बोझ लादा जाता है। 

20 दिसंबर से अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों का इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू होने वाला है। महाविद्यालय ने पंजीयन करना शुरू कर दिया है। 2021-22 इस सत्र के लिए 18500 रुपए शुल्क लिया जा रहा है। इसमें पंजीयन शुल्क 1000, टयूशन फीस 14000 और परीक्षा फीस 3500 रुपए शामिल है। विद्यार्थी द्वारा पंजीयन व परीक्षा फीस देने की तैयारी दिखाई जा रही है, लेकिन ट्यूशन फीस का विरोध किया जा रहा है। इसलिए गुरुवार को आंदोलन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थी शामिल हुए। महाविद्यालय के मुख्यद्वार को ताला लगाकर प्राध्यापकों को प्रवेश नहीं करने दिया।

Created On :   17 Dec 2021 12:52 PM IST

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