महाराष्ट्र की बसों के लिए 25 तक ‘नो एंट्री’, निजी ट्रैवल्स वालों की मनमानी

No entry up to 25 for Maharashtra buses, arbitrariness of private travellers
महाराष्ट्र की बसों के लिए 25 तक ‘नो एंट्री’, निजी ट्रैवल्स वालों की मनमानी
म.प्र. का फरमान महाराष्ट्र की बसों के लिए 25 तक ‘नो एंट्री’, निजी ट्रैवल्स वालों की मनमानी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मध्यप्रदेश ने ताजा फरमान जारी कर कहा है कि महाराष्ट्र की बसों के लिए ‘नो एंट्री’ की अवधि बढ़ाकर 25 अगस्त तक कर दी गई है। ऐसे में त्योहारों के दिन महाराष्ट्र से सिवनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा आदि जगहों पर जाने वालों के लिए दिक्कतें हो रही हैं। वहीं, मध्यप्रदेश की बसें बेरोक-टोक महाराष्ट्र में आकर यात्रियों को लेकर जा रही हैं। इससे यहां के बस संचालकों में प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त है। 

अगस्त माह से त्योहारों की शुरूआत हो गई है। पहले नागपंचमी, फिर राखी और आगे गणेशोत्सव जैसे त्योहार हैं। ऐसे में महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश जाने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है। बावजूद इसके मध्यप्रदेश की सरकार ने गत 3 महीने से महाराष्ट्र की बसों के लिए ‘नो एंट्री’ का बोर्ड लगा रखा है। अंतिम तिथि 19 अगस्त थी। 20 अगस्त से राह खुलने का अनुमान था, लेकिन कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए फिर एक बार इसकी अवधि बढ़ा दी गई है। लगातार बसों को बंद रखे जाने से यहां से चोरी-छिपे टैक्सियां चलाई जा रही हैं, जिनका किराया बहुत ज्यादा है, लेकिन जरूरतमंद यात्रियों को ज्यादा पैसे देकर सफर करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। 
 

Created On :   20 Aug 2021 7:11 AM GMT

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