स्वास्थ्य से खिलवाड़, बार-बार तेल गर्म कर तैयार हो रहे खाद्य पदार्थ

Playing with health, food items being prepared by heating oil again and again
स्वास्थ्य से खिलवाड़, बार-बार तेल गर्म कर तैयार हो रहे खाद्य पदार्थ
अब मशीन खोलेगी तेल का खेल स्वास्थ्य से खिलवाड़, बार-बार तेल गर्म कर तैयार हो रहे खाद्य पदार्थ

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले फरसाण व्यवसायियों की पोल मशीन के माध्यम से खोली जाएगी। अन्न व औषधि विभाग ने मशीन के माध्यम से दुकानों में जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। इस मशीन के माध्यम से तेल के टोटल पोलर कंपाउंड्स की जांच की जाएगी। 25 प्रतिशत से ज्यादा टीपीसी पाए जाने पर उस दुकान मालिक पर कार्रवाई करते हुए व्यवसाय पर ब्रेक भी लगाया जा सकता है। 

एफडीए चला रही है मुहिम 
सोमवार को शहर के विभिन्न दुकानों में एफडीए की टीम ने यह मुहिम चलाई है। सह आयुक्त एस. अन्नापुरे के मार्गदर्शन व सहायक आयुक्त अभय देशपांडे के नेतृत्व में अन्न सुरक्षा अधिकारी वी.पी. धवड़, पी. वी. मानवटकर, ए.डी. राऊत, आर.बी. धापर्डे मुहिम पर काम कर रहे हैं। हालांकि पहले दिन एक भी दुकान पर कार्रवाई नहीं हो पाई है, क्योंकि सभी विक्रेताओं के तेल की जांच में टीपीसी का प्रमाण 14 प्रतिशत से ज्यादा नहीं पाया गया। 

3 हजार से ज्यादा पंजीकृत दुकानें
अन्न व औषधि विभाग में खाद्य पदार्थ के दुकानों का पंजीयन करीब 3 हजार से ज्यादा है। जिनका लाइसेंस फरसाण के नाम पर है, वह अपनी दुकानों से समोसा, कचोरी, पकोड़े आदि नाश्ते के आइटम्स बेचते हैं। शिकायतें हैं कि इनके पास से मिलने वाला नाश्ता पूरी तरह से सुरक्षित नहीं होता, क्योंकि ये एक ही तेल का बार-बार उपयोग करते हैं। एक ही तेल को बार-बार गर्म करके उपयोग में लाए जाने से तेल का टोटल पोलर कंपाउंड बढ़ जाता है और यह कई बीमारियों को न्योता देता है। 

नियमित तौर पर इस तरह की जांच-पड़ताल होगी
विभाग को इन शिकायतों पर काम करना मुश्किल हो रहा था, क्योंकि तेल का आंखों देखा हाल समझना कठिन था। कई विक्रेता इस कारण कार्रवाई से बच जाते थे। अब मशीन के माध्यम से जांच की जा रही है। अन्न व औषधि विभाग ने ट्राइंग ऑयल मेंटनेस मशीन खरीदे हैं। यह मशीन कड़ाही के तेल का भेद खोलने में सक्षम है। सोमवार को उपरोक्त टीम ने मिलकर शहर के नरेन्द्र नगर, मनीष नगर, वर्धा रोड, देव नगर आदि इलाकों में बड़े फरसाण दुकानों पर जाकर जांच की। अधिकारियों के अनुसार, अब नियमित तौर पर इस तरह की जांच-पड़ताल की जाएगी।  
 

Created On :   7 Dec 2021 5:58 AM GMT

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