पोल्यूशन हुआ कम, शहर में आसानी से देखे जा रहे हैं दुर्लभ पक्षी, चिड़ियों की चहचहाहट भी गूंज रही

Pollution has reduced, easy bird sightings are echoing in the city
पोल्यूशन हुआ कम, शहर में आसानी से देखे जा रहे हैं दुर्लभ पक्षी, चिड़ियों की चहचहाहट भी गूंज रही
पोल्यूशन हुआ कम, शहर में आसानी से देखे जा रहे हैं दुर्लभ पक्षी, चिड़ियों की चहचहाहट भी गूंज रही

डिजिटल डेस्क, नागपुर। लॉकडाउन के पहले तक शहर में चिड़ियों की चहचहाहट न के बराबर थी लेकिन इन दिनों जब पूरा  शहर थम सा गया है क्रांक्रिटी जंगल में चिड़ियों की चहचहाहट बढ़ गई है। इसके अलावा कई ऐसे पक्षी आसानी से देखने मिल रहे हैं। जिन्हें देखने के लिए हरियालियों के बीच जाना पड़ता था। इसमें ब्राउन रॉक शट, कॉपर स्मीथ बारबेट, मैक पाय रॉबिन, इंडियन रॉबिन, हाउस स्पेरोस, रोजिस्टारलिंग, रेडवेंटेड बुलबुल आदि शामिल हैं।

कुछ दिनों पहले तक नागपुर शहर में लोगों की जनसंख्या हर दिन बढ़ रही थी। जिससे सड़कों पर वाहनों के साथ हर तरफ भीड़ का माहौल था। शोर-शराबा व प्रदूषण के कारण मानो चिड़ियों ने शहर से दूरियां बना ली थी। आसानी से कोई भी पक्षी शहर में देखने नहीं मिल रहा था। लेकिन देश में कोरोना का खौफ इस कदर छा गया है कि, हर कोई अपने घर में बैठा है। सड़कों पर नाममात्र लोग ही देखने मिल रहे हैं। कंपनियां आदि बंद रहने से हवा भी साफ होने लगी है। जिससे शहर से दूर रहनेवाले पक्षी जैसे शहर की ओर रूख कर रहे हैं। पक्षी अभ्यासक अविनाश लोंडे ने बताया कि, लॉकडाउन के पहले ऐसे दुर्लभ पक्षियों व चिड़ियों का दिखना आसान नहीं हो रहा था। लेकिन इन दिनों घर के आस-पास भी इन चिड़ियों को ज्यादा संख्या में देखा जा रहा है। वातावरण में यदि पोल्यूशन कम हुआ तो धीरे-धीरे दुर्लभ प्रजाती की चिड़ियां भी शहरों में देखने मिल सकती है।

अभी-भी रूके हैं, विदेशी पक्षी 
नवंबर माह में नागपुर के तालाबों पर पहुंचे रेड क्रेस्टेड पोचार्ड, लेसर विस्टलिंग डग, बार हेडेड गीज, रुडी शेलडक, ग्रेलेग गीस, नॉरदन पीन्टल, टफडेड डक, कॉमन पोचार्ड, गार्गनेय, युराशियन विजन, गाडवाल, नॉरदन शॉवेलर जैसे विदेशी पक्षी मार्च के शुरूआत में ही अपने देश लौट जाते हैं। लेकिन इस बार इनकी मेहमाननवाजी अभी भी बनी हुई है। अभी-भी यह पक्षी नागपुर में ही रूके हैं।

Created On :   4 April 2020 3:27 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story