नागपुर में भी खूब देखी जाती है अश्लील फिल्में , तीसरे स्थान पर

Porn movies are also seen a lot in Nagpur, in third place
नागपुर में भी खूब देखी जाती है अश्लील फिल्में , तीसरे स्थान पर
नागपुर में भी खूब देखी जाती है अश्लील फिल्में , तीसरे स्थान पर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अश्लील (पोर्न) फिल्में देखना, बनाना और इसे वायरल करना कानूनन अपराध है। भारत में अश्लील फिल्मों का कारोबार बड़े पैमाने पर फैला हुआ है। समाज में इसका बुरा असर पड़ता देख सरकार ने ऐसी तमाम वेबसाइट पर प्रतिबंध लगाया है। इसके बावजूद गूगल ने एक चौंकाने वाली सर्च रिपोर्ट जारी की है। उसके अनुसार अश्लील फिल्में देखने के मामले में विश्व में भारत नंबर एक पर और महाराष्ट्र में नागपुर तीसरे नंबर पर है। हालांकि ऐसी वेबसाइटों पर स्थानीय साइबर थाने की टीम नजर रखती है। नागपुर में कुछ प्रकरण भी दर्ज किए गए हैं। 

850 से ज्यादा वेबसाइट पर प्रतिबंध
करीब 5 वर्ष पहले भारत सरकार ने 850 से भी ज्यादा अश्लील वेबसाइट पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बावजूद अश्लील फिल्म देखने के शौकीनों में कोई कमी नहीं आई है। अभी भी इंटरनेट पर काफी वेबसाइट मौजूद हैं, जिन पर सर्च कर लोग अश्लील फिल्में देखते हैं।

महाराष्ट्र के शहर सबसे आगे
पिछले दिनों गूगल ने भारत में अश्लील फिल्में देखने वालों की सर्च रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अश्लील फिल्में देखने के मामले में विश्व में नंबर एक पर है। इसके अलावा महाराष्ट्र का पुणे शहर नंबर एक, नंबर दो पर नाशिक और तीसरे नंबर पर उपराजधानी नागपुर है। 

बुजुर्ग और महिलाएं भी पीछे नहीं : रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है कि सिर्फ महाविद्यालयीन विद्यार्थी ही अश्लील फिल्में नहीं देखते हैं, बल्कि बुजुर्ग भी इन फिल्मों को सर्च करने और देखने में आगे हैं। गौर करने वाली बात है कि इसमें महिला वर्ग भी पीछे नहीं है। 

किशोर भी लिप्त
स्थानीय साइबर थाने के प्रमुख डॉ. अशोक बागुल ने बताया कि पोर्नोग्राफी और चाइल्ड पोर्नाेग्राफी बनाने, देखने और इसे वायरल करने के मामले में वर्ष 2020-21 में उन्होंने कुल 38 अापराधिक प्रकरण दर्ज किए हैं। इनमें से कुछ मामलों में किशोर भी लिप्त पाए गए हैं।  

जनजागृति के लिए किए 150 वेबिनार
 साइबर अपराधियों से सावधान रहें। कोई धोखाधड़ी न हो, इसके लिए स्थानीय साइबर थाने के प्रमुख डॉ. अशोक बागुल की अगुवाई में करीब 150 वेबिनार आयोजित कर जनजागृति का काम किया गया है।

ऐसे बनाए जाते हैं शिकार
 ऐसे मामलों में ब्लैकमेल करने की भी घटनाएं होती रहती हैं। महिलाओं से िमत्रता करने के विज्ञापन अक्सर विभिन्न वेबसाइट पर आते हैं, जिसमें अश्लील फिल्में भी देखने का लालच दिया जाता है। ऐसी वेबसाइट पर सर्च करते समय लोग पेशेवर महिलाओं के संपर्क में आते हैं। निर्वस्त्र होने का झांसा देकर व्यक्ति का अश्लील वीडियाे बना लिया जाता है। बाद में इसे वायरल करने की धमकी देकर रुपए ऐंठ लिए जाते हैं। बदनामी के डर से लोग ऐसे मामलों में शिकायत करने से कतराते हैं। गत दिनों शहर में ऐसी कुछ घटनाएं भी उजागर हुई हैं, जिसकी शिकायतें विभिन्न थानों में दर्ज कर साइबर थाने को इसकी जांच सौंपी गई है।


 

Created On :   29 July 2021 8:43 AM GMT

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