भ्रष्टाचार में पुणे आगे, नागपुर दूसरे नंबर पर

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भ्रष्टाचार में पुणे आगे, नागपुर दूसरे नंबर पर
भ्रष्टाचार में पुणे आगे, नागपुर दूसरे नंबर पर

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  उपराजधानी नागपुर करप्शन के मामलों में राज्य में दूसरे स्थान पर है।  एंटी करप्शन ब्यूरो की ओर से जारी 2018 के आंकड़ों के अनुसार नागपुर विभाग में कुल 119 ट्रैप बिछाए गए। पुणे 179 के साथ पहले नंबर पर है, जबकि दूसरे सरकारी महकमों में भ्रष्टाचार के मामलों में मामूली बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2017 की तुलना में 2018 के दौरान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के द्वारा की गई कार्रवाई में 2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। नागपुर परिक्षेत्र में 19 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 

एसीबी  से मिली जानकारी के अनुसार जनवरी 2018 में 75 ट्रैप में 95 आरोपियों को पकड़ा गया। यह आंकड़ा जनवरी 2017 से 12 फीसदी ज्यादा है। फरवरी 2018 में पिछले साल (फरवरी 2017) के मुकाबले 64 फीसदी ज्यादा मामलों में कार्रवाई की गई। इस माह में 64 ट्रैप में 87 आरोपी पकड़े गए। पर मई, जून, जुलाई, अगस्त, सितंबर 2018 में गत वर्ष की तुलना में ट्रैप और गिरफ्तारियों में कमी दर्ज की गई। 6 दिसंबर 2018 तक सालभर में रिश्वतखोरों को पकड़ने के लिए एसीबी द्वारा लगाए 824 ट्रैप में 1093 आरोपी पकड़े गए। 2017 में यह आंकड़ा 807 ट्रैप व 1063 आरोपियों का था।  

नागपुर में बढ़े 19 फीसदी मामले  
 भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलने के बाद एसीबी द्वारा लगाए जाने वाले ट्रैप की संख्या में नागपुर जिले में कमी आई है जबकि नागपुर परिक्षेत्र में 19 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार 2018 में नागपुर जिले में रिश्वत मांगने की शिकायत पर आरोपियों को पकड़ने के लिए 1जनवरी 2018 से  6 दिसंबर 2018 तक 20 ट्रैप लगाए गए जबकि 2017 में 31 ट्रैप लगाए गए थे। यानी रिश्वत के मामलों में 35 फीसदी की कमी आई है। गडचिरोली में भी 8 फीसदी की कमी दर्ज की गई है लेकिन भंडारा में 64 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। नागपुर परिक्षेत्र के 6 जिलों में 2018 में कुल 119 ट्रैप लगाए गए जबकि 2017 में इनकी संख्या 100 थी। यानी 19 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 

रिश्वतखोरी में राजस्व-पुलिस आगे
रिश्वत के मामले में राजस्व व पुलिस विभाग सबसे आगे है। 2018 के आंकड़ों के अनुसार घूसखोरी की शिकायत के मामले में राजस्व विभाग पहले और पुलिस महकमा दूसरे क्रमांक पर है। 2018 में राजस्व विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ रिश्वत मांगने के 201 मामले दर्ज किए गए। जबकि पुलिस विभाग के खिलाफ 179 शिकायतें मिली। इस मामले में पंचायत समिति 87 मामलों की साथ तीसरे क्रमांक पर है। सालभर में एसीबी के ट्रैप में 1 करोड़ 67 लाख 71 हजार 228 रुपए बरामद किए गए।  
 
कहां कितने मामले

जिला                          ट्रैप  
                 2018       2017
नागपुर        20             31
गडचिरोली     13              12
भंडारा         23              14
वर्धा           12              11
गोंदिया         24             13
चंद्रपुर          27              19   

Created On :   8 Dec 2018 1:21 PM GMT

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