रायपुर : वनाधिकार पट्टाधारी कृषकों के लिए रोल मॉडल बना जिला कोण्डागांव
डिजिटल डेस्क, रायपुर। 27 जुलाई 2020 कोण्डागांव जिले के ग्राम मयूरडोंगर और चारगांव के 55 लोगों को वनाधिकार पत्र मिलने से अपने पट्टे की भूमि में मत्स्य पालन के लिए तालाब, कुक्कुट और पशुपालन हेतु शेड, सिंचाई के लिए सोलर पम्प से सिचांई कर रहे हैं। इसके साथ ही सिंचाई के लिए ड्रिप, स्प्रिंकलर के माध्यम से आधुनिक खेती की शुरूआत कर खुशहाल जीवन-यापन कर रहे हैं। जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूरी पर सघन वनों से घिरे हुए आदिवासी बहुल गांव मयूरडोंगर और चारगांव स्थित है। पिछले तीन वर्ष की बात करें तो, जो गांव छोटे-बड़े जंगलों से घिरे हुए दिखते थे। इन वनों और वनाधिकार से प्राप्त कृषि भूमि में विकास की सम्भावनाओं को देखकर स्थानीय जिला प्रशासन द्वारा वर्ष 2017-18 में चारगांव एवं मयूरडोंगर को कार्ययोजना में शामिल किया गया। आज उन गांवों को देखने के बाद ऐसा लगता है कि यह गांव विकास का जीवन्त तस्वीर प्रस्तुत कर रहा है। ग्राम चारगांव के 27 वनाधिकार पट्टाधारी कृषक परिवारों का चयन करके उनके 168 एकड़ भूमि में फैन्सिंग तार से घेराव कर बोरवेल खनन कराये गये ताकि सभी कृषक परिवारों के पास कम से कम तीन फसलीय कृषि का विकल्प रहे। साथ ही उद्यानिकी विभाग के माध्यम से खेतों के मेड़ो में मुनगा, नारियल, आम के पौधों का रोपण भी किया गया। इसी प्रकार ग्राम मयूरडोंगर में भी चयनित वनाधिकार पट्टाधारी 28 कृषक परिवारों के 115 एकड़ भूमि को तारों द्वारा सुरक्षित कर 08 बोरवेल खनन किया गया। साथ ही इसी भूमि में 10 तालाब और 37 भूमि मरम्मत के कार्य भी प्रारम्भ हुये। वर्तमान में यहां 20 तालाब और 25 कुक्कुट शेड का निर्माण हो चुका है। इन वनाधिकार पट्टाधारी चयनित परिवार की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से पोल निर्माण जैसे रोजगारपरक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। ग्राम मयूरडोंगर के कृषक जयसिंह का कहना था कि सौर ऊर्जा पम्प के कारण उसके खेत आज सिंचाई सुविधा से युक्त हुये और उसकी वर्षो की साधना पूरी हुई, क्योंकि गर्मियों में जो खेत सूखे और बंजर रहते थे अब उन्हीं खेतों में खरीफ के बाद रबी की फसल भी हो सकेगी। इसके लिये उसे उद्यानिकी विभाग से मुनगा और आम के उन्नत पौधे एवं कृषि विभाग की ओर से निःशुल्क दिये गये। इसके साथ ही उसके जैसे अन्य वनाधिकार पट्टाधारी 13 कृषकों के खेत में भी सौर सुजला योजना के तहत् सोलर पम्प लगाये गये हैं। इसी प्रकार ग्राम चारगांव में भी मॉ शीतला स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष सुमित्रा बाई की अगुवाई में समूह द्वारा हरी सब्जियों के उत्पादन का जिम्मा उठाया गया है। कृषि विभाग की सहायता से मंूगफल्ली, धनिया जैसे हरी सब्जियों की क्यारियां लगाई गई है। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास से मिली जानकारी के अनुसार जिले में वनाधिकार अधिनियम के तहत् ग्राम स्तर पर प्राप्त 67920 प्राप्त दावों मे से अब तक 52738 प्रकरणों को अनुमोदित कर दिया गया है, जबकि 15182 दावें अपात्र पाये गये हैं। इनमें 59832.574 एकड़ भूमि वितरित किये गये हैं।
Created On :   28 July 2020 2:44 PM IST