"पढ़े भारत'की तर्ज पर "पढ़े महाराष्ट्र' अभियान
डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्र सरकार के "पढ़े भारत' (रीड इंडिया) के तर्ज पर प्रदेश में नए शैक्षणिक वर्ष से "पढ़े महाराष्ट्र' अभियान को शुरू किया जाएगा। इसके तहत स्कूलों में बच्चों के लिए डिजिटल लाइब्रेरी की व्यवस्था की जाएगी। शनिवार को विधान परिषद में राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने यह जानकारी दी। प्रश्नकाल में भाजपा सदस्य रामदास आंबटकर, कांग्रेस सदस्य अभिजीत वंजारी, जेडीयू सदस्य कपिल पाटील ने सरकारी स्कूलों में लाईब्रेरियन के रिक्त पदों को भरने को लेकर सवाल पूछा था। इस पर केसरकर ने कहा कि मोबाइल पर पढ़ने से बच्चों के आंखों पर असर होगा। इसलिए स्कूलों के कंप्यूटर लैब का इस्तेमाल डिजिटल लाइब्रेरी के रूप में किया जाएगा।
डिजिटल लाइब्रेरी के लिए बजट में 25 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। केसरकर ने कहा कि राज्य में अंशकालीन ग्रंथपाल (लाइब्रेरियन) के पद को खत्म कर दिया गया है। इसलिए अंशकालीन ग्रंथपाल को पूर्णकालिक ग्रंथपाल नियुक्ति करने की मंजूरी के लिए राज्य के वित्त विभाग के पास प्रस्ताव भेजा गया है।इसके तहत दो से तीन स्कूलों के एक हजार विद्यार्थियों पर एक पूर्णकालिक ग्रंथपाल नियुक्त किए जाएंगे। केसरकर ने बताया कि स्कूली बच्चों को कोडिंग (कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग) पढ़ाया जा रहा है। इसके लिए अमेजन के साथ करार किया गया है।अमेजन के सीएसआर फंड से बच्चों को कोडिंग पढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में टीईटी परीक्षा का रिजल्ट घोषित हो गया है। इससे 30 हजार शिक्षकों के पदों को भर्ती का रास्ता साफ हो गया है।
बच्चों को पढ़ाने आएंगी कला जगत की हस्तियां
केसरकर ने कहा कि राज्य में सेलिब्रिटी स्कूल परिकल्पना को लागू किया जाएगा। सुप्रसिद्ध गायिका आशा भोसले सहित कला जगत की हस्तियां बच्चों को पढ़ाएंगी। इस योजना के लिए बजट में प्रावधान किया गया है।
बच्चों को मिलेगी पुस्तक पेटी
केसरकर ने कहा कि प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को नए शैक्षणिक वर्ष से पुस्तक पेटी प्रदान की जाएगी। पुस्तक पेटी में बच्चों को उनकी रुचि के अनुसार किताबें दी जाएगी। इससे बच्चों में पढ़ने की रुचि पैदा हो सकेगी।
Created On :   25 March 2023 6:23 PM IST