अभिषेक की मौत मामले में परिजनों का आरोप, पुलिस शुरु से ही जांच में करती रही है हीलाहवाली

Relatives allege in Abhisheks death case, police have been evasive in the investigation since the beginning
अभिषेक की मौत मामले में परिजनों का आरोप, पुलिस शुरु से ही जांच में करती रही है हीलाहवाली
शहडोल अभिषेक की मौत मामले में परिजनों का आरोप, पुलिस शुरु से ही जांच में करती रही है हीलाहवाली

ब्यौहारी क्षेत्र में बुढ़वा-पसगढ़ी मार्ग पर सोन नदी पुल के समीप 17 मई की रात घायल अवस्था मिले बुढ़वा धरी नंबर एक गांव निवासी अभिषेक द्विवेदी की अगले दिन रीवा स्थित अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में परिजनों का आरोप है कि पुलिस शुरु से मामले को हादसा बता रही है। जबकि यह मामला हत्या से जुड़ा है। मृतक के भाई जयकृष्ण द्विवेदी का आरोप है कि पहले तो बाणसागर थाने में अभिषेक की मौत की सूचना ही दर्ज नहीं की जा रही थी। जनप्रतिनिधियों से गुहार के बाद सूचना दर्ज हुई तो समय रहते जांच में लेटलतीफी की गई। कई बार पुलिस के उच्चाधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद तत्कॉलीन एसपी ने जांच के लिए जून माह में एसआईटी गठित की तो टीम ने जांच में कोरम पूर्ति का ही काम किया।
क्या कहते हैं परिजन
> बयान में मनीष बैस, प्रभाकर द्विवेदी, अखिलेश द्विवेदी, विवेक मिश्रा, नीलेश मिश्रा, रमेश जायसवाल का नाम लिखवाए जाने के बाद भी बयान नहीं लिया गया।
> पुलिस कह रही है कि ट्रैक्टर ट्राली में टकराने से अभिषेक घायल हुआ था। इसमें सवाल यह है कि साथ बैठे मनीष को चोट क्यों नहीं आई। दोपहिया वाहन में किसी प्रकार का खरोंच तक क्यों नहीं था।
> इस मामले में प्रभावशाली लोगों का हाथ है, इसलिए लगातार जांच की दिशा बदली जा रही है।
क्या कहती है पुलिस
- मामले में कई बार परिजनों को सामने खड़े करवाकर सभी से बात कर चुके हैं। घटनास्थल पर भी परिजनों को ले जाकर जांच की गई है।
- परिजन जिन सदस्यों के बयान दर्ज करने की बात कह रहे हैं, उनके बयान दर्ज कर चुके हैं। अब संतुष्टि के लिए वीडियो कैमरे में बयान दर्ज करने की तैयारी है।

Created On :   19 Feb 2023 11:57 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story