संजय राऊत के बयान से दोनों सदनों में बवाल

Ruckus in both houses due to Sanjay Rauts statement
संजय राऊत के बयान से दोनों सदनों में बवाल
विशेषाधिकार हनन नोटिस  संजय राऊत के बयान से दोनों सदनों में बवाल

डिजिटल डेस्क , मुंबई। शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद और पार्टी मुखपत्र "सामना' के कार्यकारी संपादक संजय राऊत के बयान से नाराज सत्तापक्ष के सदस्यों ने विधानमंडल के दोनों सदनों में जोरगार हंगामा किया। दरअसल राऊत ने कोल्हापुर में मीडिया को दिए बयान में विधानमंडल को चोर मंडल कहा था। बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक आशीष शेलार ने यह मुद्दा उठाया। शेलार ने कहा कि इस तरह के बयान से राऊत ने विधानमंडल और संविधान का अपमान किया है। सत्तापक्ष के साथ विपक्ष के नेता अजित पवार, कांग्रेस विधायक नाना पटोले जैसे विपक्षी सदस्यों ने भी राऊत के बयान को गलत बताया। दोनों सदनों के चार सदस्यों ने राऊत के खिलाफ विषेशाधिकार हनन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। विधानसभा में भाजपा विधायक अतुल भातखलकर और शिवसेना (शिंदे गुट) के मुख्य सचेतक भरत गोगावले राऊत के खिलाफ विशेषाधिकार का नोटिस दिया है। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि वे दो दिन में इस मुद्दे पर जांच करेंगे और बुधवार (8 मार्च) को अपना फैसला सुनाएंगे लेकिन सत्तापक्ष के सदस्य इससे संतुष्ट नहीं हुए। वे चाहते थे कि प्रस्ताव तुरंत स्वीकार कर लिया जाए और विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया जाए जिससे सत्र खत्म होने से पहले इस मामले की सुनवाई पूरी कर ली जाए। लगातार हंगामे के चलते विधानसभा की कार्यवाही चार बार स्थगित करनी पड़ी और आखिरकार जब वेल में उतरे सत्तापक्ष के सदस्यों ने हंगामा जारी रखा तो कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। 
राऊत पर चौतरफा हमला
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही यह मुद्दा उठाते हुएशेलार ने कहा कि संजय राऊत का बयान महाराष्ट्र के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि क्या सदन में दाऊद बैठा है जो राऊत इस तरह की भाषा बोल रहे। यह वह जगह है जहां चोरों के खिलाफ कानून बनते हैं। विपक्षी भी इसी सदन के सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि राऊत के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। राऊत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस देने वाले भाजपा के अतुल भातखलकर ने कहा कि मेरे पास सबूत के तौर पर वीडियो है, जिसमें राऊत विधानमंडल के सदस्यों को चोर और गुंडे कहते नजर आ रहे हैं। इसलिए उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। भातखलकर ने कहा कि राऊत किस तरह से एक महिला से गालीगलौज करते हैं इसका ऑडियो सभी ने सुना है। मनी लांडरिंग मामले में वे जमानत पर हैं और मुकदमा चल रहा है। मेरे इलाके में सैनिकों पर हमला करने वालों का उन्होंने पक्ष लिया था। 
किसी को अधिकार नहीं की हमें चोर कहेःअजित पवार
वहीं  विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा कि यह किसी को अधिकार नहीं है कि हमें चोर कहे। हर विधायक राज्य के पांच लाख लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। इस बात की जांच की जानी चाहिए कि क्या उस व्यक्ति ने ऐसा कहा है। अगर कहा है तो कार्रवाई की जानी चाहिए। शिंदे गुट के मंत्री गुलाबराव पाटील ने राऊत पर हमला बोलते हुए कहा कि हम "चोरों' का वोट लेकर ही वे राज्यसभा पहुंचे हैं उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। पाटील ने कहा कि राऊत के चलते ही हम जैसे लोगों को अलग होना पड़ा। मंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि दोनों सदनों के चार सदस्यों ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। इस पर अधिवेशन खत्म होने के पहले ही फैसला हो जाना चाहिए। कांग्रेस के नाना पटोले ने भी कहा कि इस तरह का बयान गलत है। साथ ही उन्होंने कहा कि इसके बहाने सदन में हंगामा कर सत्तापक्ष मूल मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहता है। उन्होंने कहा कि मामले में जल्द कार्रवाई होनी चाहिए जिससे कामकाज चल सके।   
10 मिनट के लिए सुरक्षा हटाएं फिर नहीं देखंगे राऊत को
संजय राऊत के खिलाफ भाजपा विधायक नितेश राणे ने भी आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि 10 मिनट के लिए राऊत की पुलिस सुरक्षा हटा लीजिए फिर वे नजर नहीं आएंगे। राणे ने कहा कि ऐसे व्यक्ति को पुलिस सुरक्षा मिलनी ही नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि शिवसेना और राऊत का क्या संबंध है। सामना में नौकरी शुरू करने से पहले वे बालासाहेब ठाकरे और शिवसेना के खिलाफ खबरे लिखते थे। उन्होंने लिखा था कि बालासाहेब और उनकी पत्नी में अनबन रहती है। 
विधान परिषद में भी हंगामा, राऊत की गिरफ्तारी की मांग  
राऊत के बयान से नाराज भाजपा सदस्यों ने विधान परिषद में भी जमकर हंगामा किया। बुधवार को सदन में भाजपा सदस्य प्रवीण दरेकर ने कहा कि राऊत को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उपसभापति को राऊत को गिरफ्तार करने का आदेश देना चाहिए। राऊत की गिरफ्तारी होने तक हम सदन को नहीं चलने देंगे। भाजपा के सदस्य राऊत की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। इसको देखते हुए विपक्ष ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के विपक्ष को देशद्रोही कहने वाले बयान का मुद्दा उठाया। भाजपा सदस्यों के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही पहले 10 मिनट, फिर 15 मिनट इसके बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। भाजपा सदस्यों की मांग पर उपसभापति नीलम गोर्हे ने कहा कि मैं राऊत को गिरफ्तार करने का निर्देश नहीं दूंगी। भाजपा के सदस्य राऊत को गिरफ्तार करने की मांग राज्य के उपमुख्यमंत्री तथा गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस से करें। मुझे एक सांसद को गिरफ्तार करने के लिए अपने अधिकार का इस्तेमाल करना उचित नहीं लग रहा है। उपसभापति ने कहा कि भाजपा के सदस्य प्रवीण दरेकर और भाजपा सदस्य राम शिंदे ने राऊत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव का नोटिस दिया है। मैं राऊत के विधानमंडल के बारे में अपशब्दों का इस्तेमाल करने संबंधी बयान की जांच करूंगी। इसके बाद राऊत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव को स्वीकार किए जाने के बारे में गुरुवार को फैसला घोषित करूंगी। इसके बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उपसभापति से कहा कि राऊत के गिरफ्तारी के बारे में आप फैसला करें। मुझे सरकार के नाते आपसे कुछ मांग नहीं करनी है। मैं राऊत की गिरफ्तारी को लेकर आपसे आग्रह नहीं करूंगा। जनता देखेगी कि विधानमंडल ने राऊत के खिलाफ क्या कार्रवाई की है। राऊत ने विधानमंडल का घोर अपमान किया है। इसलिए एक संदेश जाना चाहिए कि विधानमंडल इस तरह का अपमान नहीं सहन नहीं करेगा।
पूरे विधानमंडल को चोर कहाः फडणवीस
उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि राऊत ने केवल सत्तापक्ष को चोर मंडल नहीं बोला है बल्कि पूरे विधानमंडल को चोर कहा है। शिवसेना (उद्धव गुट) के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे भी विधानमंडल के सदस्य हैं। ऐसे में उद्धव भी चोर मंडल के सदस्य कहलाएंगे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राऊत के बयान को मैंने खुद देखा है। मुझे लगता है कि चोर मंडल में काम करने से अच्छा घर जाना है। उपमुख्यमंत्री ने विपक्ष के नेता अंबादास दानवे के बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि कोई किसी को देशद्रोही न कहे और किसी को महाराष्ट्र द्रोही भी नहीं बोलना चाहिए। इस बीच विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कहा कि हम राऊत के बयान का समर्थन नहीं कर रहे हैं लेकिन राऊत ने किस संदर्भ में यह बयान दिया है पहले इसकी जांच होनी चाहिए। दानवे ने कहा कि मुख्यमंत्री ने भी विपक्ष को देशद्रोही कहा है। रविवार को मुख्यमंत्री ने कहा था कि अच्छा हुआ देशद्रोही के साथी के साथ चाय पीने की नौबत नहीं आई।
संजय राऊत माफी नहीं मांगेंगे- सुनील राऊत
शिवसेना (उद्धव गुट) के विधायक सुनील राऊत ने अपने बड़े भाई तथा सांसद संजय राऊत के बयान का समर्थन किया है। विधान भवन परिसर में सुनील ने कहा कि संजय माफी नहीं मांगेंगे। संजय ने जो बोला है, एकदम सही बोला है। मैं उनके बयान का समर्थन करता हूं। सुनील ने कहा कि भाजपा और हमारे जो गद्दार लोग हैं। वे संजय राऊत से डरते हैं। इसलिए उनकी आवाज दबाने के लिए उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दाखिल किया है। संजय राज्यसभा के सदस्य हैं।  उनके खिलाफ प्रस्ताव आना है तो संसद में लाया जाना चाहिए। संजय का विधानमंडल से कोई संबंध नहीं है। 

Created On :   1 March 2023 7:06 PM IST

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