घोटाले की रिकवरी : 7 पैरामेडिकल कॉलेजों से वसूलना है 1.69 करोड़ रुपए

घोटाले की रिकवरी : 7 पैरामेडिकल कॉलेजों से वसूलना है 1.69 करोड़ रुपए
घोटाले की रिकवरी : 7 पैरामेडिकल कॉलेजों से वसूलना है 1.69 करोड़ रुपए

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। जिले में हुए करोड़ों के पैरामेडिकल घोटाले में चार साल बाद वसूली के आदेश जारी किए गए हैं। तहसीलदारों को प्रकरण सौंपते हुए पैरामेडिकल कॉलेज संचालकों से ये वसूली करने के लिए आदेशित किया गया है। इस मामले में सबसे बड़ी बात ये हैं कि सालों बाद हुए इस आदेश में कुछ कॉलेज बंद भी हो चुके हैं।

चार साल पहले जिले में संचालित सात पैरामेडिकल कॉलेजों में हुई गड़बड़ी का बड़ा खुलासा हुआ था। पूरे मध्य प्रदेश में छाए इस घोटाले में फर्जी छात्रों को लाखों की छात्रवृत्ति जारी कर दी गई थी। शिकवा-शिकायतों के बाद जब मामले की जांच शुरु हुई तो लंबी-चौड़ी रिपोर्ट में प्रकरण का खुलासा हुआ था। इस मामले में सात पैरामेडिकल कॉलेजों के खिलाफ 1 करोड़ 69 लाख की रिकवरी अधिकारियों ने निकाली थी, लेकिन प्रकरण कोर्ट में जाने की वजह से रिकवरी पर रोक लग गई थी।

डेढ़ साल से ट्रायबल में पड़ा था मामला
कोर्ट से आदेश जारी होने के बाद डेढ़ साल से रिकवरी का प्रकरण ट्रायबल विभाग में पेंडिंग पड़ा था। दरअसल, कोर्ट ने आदेश जारी किए थे कि कॉलेज संचालकों की भी मामले में सुनी जाए। जिसके बाद पिं्रसीपल स्तर के अधिकारियों से फिर से जांच करवाई गई थी। अब जांच पूरी होने के बाद इन कॉलेजों से होने वाली रिकवरी तहसीलदारों के सुपुर्द की गई है।

ऐसे किया था फर्जीवाड़ा
प्रकरण में ऐसे कॉलेज शामिल थे। जिनका छिंदवाड़ा में संस्थान होने के अलावा अन्य जिलों में कॉलेज संचालित किए जाते थे। एक छात्र के नाम से छिंदवाड़ा के अलावा अन्य जिलों से भी छात्रवृत्ति ली जा रही थी। तब ये राशि खाते में न जाकर सीधे कॉलेज संचालकों के अकाउंट में जाती थी। जिसका फायदा उठाकर ये फर्जीवाड़ा किया गया।

एफआईआर की जगह रिकवरी
इस प्रकरण की जांच तत्कालिक जिला पंचायत CEO तन्वी सुंद्रियाल और एसडीएम नम: शिवाय अरजरिया ने की थी। प्रकरण में वसूली के साथ-साथ धोखाधड़ी करने वाले कॉलेज संचालकों के खिलाफ रिकवरी के साथ-साथ एफआईआर की भी अनुशंसा की गई थी, लेकिन बाद में आदेश बदलकर सिर्फ रिकवरी में प्रकरण को रोक दिया गया। जो चार साल बाद भी नहीं पाई है।

इन कॉलेजों से करना है रिकवरी
इस प्रकरण में सात पैरामेडिकल कॉलेज फंसे थे। जिसमें बालाजी पैरामेडिकल,एसएके पैरामेडिकल, क्रिसेंट पैरामेडिकल, नाजरा पैरामेडिल, एनडीएम पैरामेडिकल, आयुष पैरामेडिकल कॉलेज के अलावा आयुष पैरामेडिकल कॉलेज शामिल है। इनसे ही 1 करोड़ 69 लाख की वसूली करनी है।

Created On :   19 March 2018 6:38 PM GMT

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