जल्द साकार होगा दूसरा स्मार्ट पुलिस थाना

Second smart police station will come true soon
जल्द साकार होगा दूसरा स्मार्ट पुलिस थाना
हरित इमारत संकल्पना जल्द साकार होगा दूसरा स्मार्ट पुलिस थाना

अभय यादव , नागपुर ।   पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत शहर में 34 थाने संचालित हो रहे हैं, जिसमें एक साइबर पुलिस थाना भी शामिल है। जैसे-जैसे आबादी बढ़ रही है, वैसे-वैसे शहर में अपराध का स्वरूप बदलने लगा है। स्ट्रीट अपराध की जगह अब सोशल मीडिया का अपराध तेजी से बढ़ने लगा है। यही कारण है कि साइबर अपराधों में लगातार वृद्धि हो रही है। इसे देखते हुए जल्द ही संतरानगरी में अब दूसरा स्मार्ट पुलिस थाना पारडी-पुनापुर रोड पर बन रहा है। लकड़गंज शहर का पहला स्मार्ट पुलिस थाना है। यह थाना पीयू लैंड (पब्लिक यूटीलिटी) पर बनेगा।

नागपुर पुलिस करेगी आंतरिक साज-सज्जा : वर्तमान में पारडी पुलिस थाना नागपुर-भंडारा रोड पर एक छोटी सी इमारत से संचालित हो रहा है। नागपुर स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय गुल्हाने के अनुसार पारडी-पुनापुर रोड पर पीयू लैंड (पब्लिक यूटीलिटी) पर पारडी स्मार्ट पुलिस थाना को नागपुर स्मार्ट सिटी की ओर से बनाया जा रहा है। इमारत के निर्माणकार्य के लिए दो वर्ष का समय दिया गया है। पारडी स्मार्ट पुलिस थाने के लिए करीब 9 करोड़ 33 लाख रुपए की निधि मंजूर की गई है। थाने का निर्माण कार्य करीब 25 हजार वर्ग फीट में शुरू हो चुका है। थाने की आंतरिक साज-सज्जा की जिम्मेदारी नागपुर पुलिस की होगी। इमारत को सर्व सुविधायुक्त बनाया जाएगा।

आरक्षित थी जमीन : जानकारों की मानें तो किसी भी पीयू लैंड पर शासकीय अस्पताल, स्कूल या पुलिस थाना का निर्माणकार्य हो सकता है। ऐसी जगह पब्लिक से जुड़ी सुविधाओं के लिए होती है। जिस तरह लकड़गंज थाने काे स्मार्ट पुलिस थाना बनवाने के लिए विधायक कृष्णा खोपडे ने प्रयास किया था, उसी तरह पारडी स्मार्ट थाने के लिए भी उन्होंने प्रयास किया। मौजा पुनापुर में 5 एकड़ पीयू लैंड में से एक एकड़ पीयू लैंड पारडी पुलिस स्मार्ट थाना के लिए टाउन प्लानिंग के समय ही आरक्षित रखी गई थी।

कर सकते हैं 15 प्रतिशत निर्माणकार्य
जानकारों के अनुसार किसी भी पीयू लैंड पर करीब 15 प्रतिशत ही निर्माणकार्य किया जा सकता है, जिसमें 10 प्रतिशत नीचे और 5 प्रतिशत ऊपर निर्माणकार्य कर सकते हैं। वर्तमान समय में नए पारडी स्मार्ट पुलिस थाने की सुरक्षा दीवार बनकर तैयार हो चुकी है। जल्द ही ग्रीन बिल्डिंग के तहत जी-प्लस-टू मंजिला इमारत का िनर्माणकार्य शुरू होगा। चर्चा थी कि थाने की कुछ जगह को लेकर क्षेत्र के नागरिकों में काफी रोष चल रहा था, जिसके चलते संबंधित जगह को फिलहाल वैसा ही रखा गया है, जगह के दूसरे हिस्से में निर्माणकार्य शुरू किया गया है।

बिल्डिंग का मैप प्रस्तावित 
जहां एक ओर पारडी स्मार्ट पुलिस थाना के बिल्डिंग का मैप नगर रचना विभाग के पास प्रस्तावित होने की जानकारी है, वहीं निर्माणकार्य स्थल पर मौजूद एक अभियंता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि फिलहाल उसे थाने की इमारत का मैप नहीं मिला है।

ग्रीन बिल्डिंग क्या है
ग्रीन बिल्डिंग टेक्नोलॉजी कम खपत, उच्च दक्षता, अर्थव्यवस्था, पर्यावरण संरक्षण, एकीकरण और अनुकूलन पर केंद्रित है, जहां पर सोलर ऊर्जा, रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधाएं हों। ग्रीन बिल्डिंग (जिसे ग्रीन कंस्ट्रक्शन या सस्टेनेबल बिल्डिंग के रूप में भी जाना जाता है) संसाधनों की अधिकतम बचत को संदर्भित करता है, जिसमें ऊर्जा की बचत, भूमि की बचत, पानी की बचत, सामग्री की बचत आदि शामिल हैं। इसके साथ ही संबंधित इमारत के पूरे जीवन चक्र के दौरान, पर्यावरण की रक्षा और प्रदूषण को कम करना, लोगों को स्वस्थ, आरामदायक व्यवस्था प्रदान करना है।

Created On :   16 March 2023 1:14 PM IST

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