हजारों रुपए का बिजली बिल देख तनाव में आए शख्सने किया आत्मदाह
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बढ़े बिजली बिल से त्रस्त व्यक्ति ने आत्मदाह कर लिया। उसने खुद को घर के सामने ही जला लिया। आकस्मिक मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया गया है।
आपूर्ति खंडित करने की चेतावनी : पाहुणे ले-आउट निवासी लीलाधर गायधने (56) निजी काम करता था। उसका एक मंजिला मकान है। लीलाधर को 40 हजार रुपए का बिजली बिल आया था। बिल नहीं भरने के कारण उसके घर की बिजली आपूर्ति खंडित करने की चेतावनी विभाग की ओर से दी गई थी। बिल की राशि कम करने की मांग करते हुए लीलाधर ने कई बार बिजली विभाग के चक्कर लगाए, लेकिन संबंधित अधिकारी ने उसकी एक नहीं सुनी। लॉकडाउन के कारण उसका काम भी ठप था, इसलिए बिल की रकम को लेकर वह तनाव में था।
...तब तक देर हो चुकी थी
यह बात उसने अपने पुत्र अमित (28) सहित परिवार के अन्य सदस्यों को भी बताई। इसी तनाव के चलते शनिवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे लीलाधर शराब के नशे में आया और खुद पर केरोसिन उड़ेल लिया। देखते ही देखते उसने घर के सामने ही आग लगा ली। यह देख परिवार के अन्य सदस्य उसे बचाने दौड़े, लेकिन तब तक वह बुरी तरह से जल चुका था। गंभीर हालत में उसे मेयो अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने लीलाधर को प्राथमिक जांच में ही मृत घोषित कर दिया। प्रकरण की जानकारी मिलते ही आला पुलिस अधिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन बिजली विभाग का एक भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। अमित की शिकायत पर आकस्मिक मृत्यु का प्रकरण दर्ज किया गया है। जांच जारी है।
प्रकरण की जानकारी ली जा रही
बिजली बिल को लेकर किसी से बहसबाजी नहीं हुई थी, फिर भी इस पूरे मामले की जानकारी प्राप्त की जा रही है। -अजित इगतपुरीकर, जनसंपर्क अधिकारी, महावितरण, नागपुर
प्रारंभिक तौर पर बिल की ही बात सामने आ रही है
घटित प्रकरण को लेकर परिजनों से हुई पूछताछ के आधार पर यही बात सामने आ रही है कि, बिजली बिल के तनाव में लीलाधार ने शराब का सेवन िकया और खुद को जला लिया। -दीपक साखरे, पुलिस निरीक्षक यशोधरा नगर थाना
बिजली बिल के टेंशन में एक मिस्त्री ने भी गटका जहर
भवन निर्माण का ठेका और बिजली बिल से परेशान मिस्त्री ने जहर पीकर जान दे दी। मृतक का नाम उत्तम कांबले (50) है। वह खरबी स्थित शारदा ले-आउट का रहने वाला है। लॉकडाउन के चलते उसका काम ठप पड़ा था। हाल ही में उसे एक मकान का ठेला मिला था, जो उसे भारी पड़ गया। इस बीच छह हजार रुपए का बिजली भी आ गया था। इससे वह तनाव में था। उत्तम की पत्नी अर्चना ने बताया कि 4 अगस्त की शाम को उसने जहरीली दवा का सेवन किया था। उसकी हालत खराब होने पर बस्ती के कुछ लोगों की मदद से अस्पताल ले जाने वाले थे, लेकिन आॅटो में बैठने के पहले ही वह घर से भाग गया। वह अस्पताल नहीं जाना चाहता था। खोजबीन के बाद भी उत्तम का कुछ पता नहीं चला, तो उसी दिन वाठोड़ा थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई। अर्चना जब थाने से घर लौटी, तो बेहोशी की हालत में दो-तीन लड़के उत्तम को घर ले आए। वह एक गड्ढ़े में पड़ा हुआ मिला था। उसे मेडिकल अस्पताल ले जाया गया, जहां अतिदक्षता विभाग में उसका इलाज जारी था।जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है।
Created On :   10 Aug 2020 8:17 AM GMT