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205 करोड़ का फर्जी व्यापार दिखाकर 36 करोड़ का टैक्स चोरी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। केन्द्रीय वस्तु एवं सेवाकर आसूचना निदेशालय (डीजीजीआई) ने हाल ही में फर्जी दस्तावेज लगाकर 1083 करोड़ रुपए का व्यवसाय दिखाकर 135 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी का खुलासा किया है। महाराष्ट्र की इस जीएसटी चोरी के तार गुजरात तक जुड़े हैं। विशेष बात यह है कि गुजरात में 205 करोड़ रुपए की व्यापार दिखाकर 36 करोड़ रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया गया है। मामला गुजरात का होने की वजह से इसे गुजरात के डीजीजीआई को सौंप दिया गया है।
जल्द ही होगी गिरफ्तारी : फर्जी दस्तावेज के आधार पर 1083 करोड़ रुपए का व्यवसाय दिखाकर 135 करोड़ रुपए के इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाने का खुलासा हुआ है। डीजीजीआई की जांच में सामने आया कि 22 कर चोरों ने सतारा, नांदूरबार, धुले आदि शहरों के अलावा गुजरात में 205 करोड़ का व्यवसाय दिखाकर 36 करोड़ की कर चोरी की है। जांच में सामने आया कि महाराष्ट्र में अधिकांश कंपनियों ने सिल्क यार्न, वुलन यार्न, कॉटन यार्न, पेपर यार्न और सिंथेटिक यार्न के व्यवसाय के नाम पर फर्जीवाड़ा किया। इन कंपनियों के पास मैन्युफेक्चरिंग यूनिट नहीं थी और न ही ये कंपनियां कहीं से सामान खरीद रहीं थी। इनके द्वारा गांवों के पते पर यह काम दिखाया जा रहा था और संस्थान व बिल सभी फर्जी लगाए गए थे। पूछाताछ के लिए 8 टीमों का गठन किया गया है। मामले में जल्द ही गिरफ्तारी होने की संभावना जताई जा रही है।
Created On :   29 Oct 2020 10:30 AM GMT