बोलीदार पीछे हटा, नहीं बिक पाया स्टेट हेलीकाप्टर, अब दूसरे बोलीदार को मिलेगा मौका

The bidder withdrew, the state helicopter could not be sold, now the second bidder will get a chance
बोलीदार पीछे हटा, नहीं बिक पाया स्टेट हेलीकाप्टर, अब दूसरे बोलीदार को मिलेगा मौका
भोपाल बोलीदार पीछे हटा, नहीं बिक पाया स्टेट हेलीकाप्टर, अब दूसरे बोलीदार को मिलेगा मौका

डिजिटल डेस्क, भोपाल। बीस साल से भी ज्यादा पुराना राज्य सरकार का बेल-430 हेलीकाप्टर बेचने के लिए राज्य सरकार ने सात बार प्रक्रिया अपनाई, इसके बाद भी नहीं बिक पाया। दरअसल, शासन ने इसकी नीलामी के लिए सात बार टेण्डर निकाले लेकिन बिक नहीं पाया है। सातवें टेण्डर में दो बोलीदारों ने खरीदने के लिए दरें पेश की थीं, जिसमें भोपाल के बोलीदार एफए इन्टरप्राईजेस के पक्ष में केबिनेट ने स्वीकृति दे दी थी। लेकिन इस बोलीदार ने निर्धारित 30 दिनों में 25 प्रतिशत राशि जमा नहीं की है, इसके चलते अब यह हेलीकाप्टर नहीं दिया जायेगा। एफए इन्टरप्राईजेस की धरोहर राशि ढाई लाख रुपये राजसात कर ली जायेगी और दूसरे बोलीदार मुम्बई की एयर चार्टर कंपनी को यह हेलीकाप्टर खरीदने का मौका दिया जायेगा।

उल्लेखनीय है कि उक्त राजकीय हेलीकाप्टर को वर्ष 2016 से बेचने के प्रयास हो रहे थे। यह लम्बे समय से ग्राउण्ड पड़ा हुआ है यानि हवाई सेवा के लिये उपयुक्त नहीं है तथा भोपाल के स्टेट हैंगर में पड़ा हुआ है। यह वही हेलीकाप्टर है जिसमें वर्ष 2003 को यात्रा करते समय प्रख्यात गायिका अनुराधा पोड़वाल दुर्घटनाग्रस्त हो गई थीं। उक्त हेलीकाप्टर और उसका स्पेयर इंजन को यथास्थिति में बेचने के लिये पहले छह बार टेण्डर जारी हो चुके थे। पहले इसकी आफसेट प्राईज 10 करोड़ रुपये रखी गई थी। कीमत ज्यादा रखने के कारण छह बार में भी कोई खरीददार सामने नहीं आया। सातवीं बार निकाले गये टेण्डर में इस हेलीकाप्टर की आफसेट प्राईज 2 करोड़ 24 लाख रुपये रखी गई।

इस बार के टेण्डर में दो बोलीदारों ने रुचि दिखाई जिसमें मुम्बई की एयर चार्टर कंपनी ने 2 करोड़ 26 लाख रुपये की दर दी जबकि भोपाल के एफए इन्टरप्राईजेस ने 2 करोड़ 57 लाख 17 हजार 777 रूपये की दर दी। इसे केबिनेट ने स्वीकृति दे दी थी और उसे ऑफर लेटर जारी कर एक माह के अंदर 25 प्रतिशत राशि जमा कर अनुबंध करने के लिये कहा गया था। परन्तु उसने एक माह के अंदर कोई राशि जमा नहीं की। इस पर अब उसकी धरोहर राशि ढाई लाख रुपये राजसात कर दूसरे बोलीदार एयर चार्टर मुम्बई को मौका दिया जायेगा। यदि उसने भी एक माह में 25 प्रतिशत राशि जमा नहीं की तो उसकी धरोहर राशि भी राजसात कर ली जायेगी।

हलांकि पहले बोलीदार एफए इन्टरप्राईजेस ने एक माह समाप्त होने के बाद तीसरे दिन विमानन विभाग को ई-मेल कर समय सीमा बढ़ाने का आग्रह किया है परन्तु टेण्डर के नियमों के अनुसार यह समयावधि नहीं बढ़ाई जा सकती है। इधर दूसरे बोलीदार एयर चार्टर ने भी अपनी धरोहर राशि ढाई लाख रुपये वापस मांगी है परन्तु उसे यह राशि इसलिये नहीं लौटाई जा रही है कि पहले बोलीदार से अनुबंध नहीं हो पाया है।

Created On :   8 Nov 2022 9:46 PM IST

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