नागपुर जिले के की गांवो का पानी हुआ दुषित, जांच में हुआ खुलासा

the water accumulation is very low, The water is not safe for drinking
नागपुर जिले के की गांवो का पानी हुआ दुषित, जांच में हुआ खुलासा
नागपुर जिले के की गांवो का पानी हुआ दुषित, जांच में हुआ खुलासा

डिजिटल डेस्क,  नागपुर।  जिले के जलाशयों में इस बार जल संचय काफी कम होने से जहां प्रशासन परेशान है  वहीं जिले रामटेक तहसील के कई गांवों में पेयजल के नमूने दूषित पाए जाने से प्रसासन की चिंता और बढ़ गई है। बताया जाता है कि जिले के ग्रामीण क्षेत्र में दूषित पेयजल  की समस्या थमने का नाम नहीं ले रही है। हर महीने विविध गांवों के पेयजल नमूनों की जांच करने पर कमोबेश 25 से 30 प्रतिशत नमूने दूषित पाए जाते हैं। स्वास्थ्य समिति की बैठक में इस बार रामटेक तहसील के सर्वाधिक आधे से ज्यादा नमूने दूषित पाए जाने का खुलासा हुआ है जिसे प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए उपाय योजना शुरू कर दिया है। 

इन गांवों के पानी के नमूने दूषित
उल्लेखनीय है कि जिले के ग्रामीण क्षेत्र में कई दिनों से लोग पेयजल को लेकर शिकायत करते रहे हैं। क्षेत्र के संबंधित जनप्रतिनिधियों ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया फलस्वरुप  ग्रामीण क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से अक्टूबर में 157 नमूने प्रादेशिक सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजे गए थे, जिसमें से 40 दूषित पाए गए।  इसी तरह अन्य गांवों के नमूने भी दूषित मिले हैं जिनमें 

  • -रामटेक तहसील के 33 नमूने थे, जिसमें से 18 दूषित पाए गए। मानापुर, अजनी, नवरगांव, शिरपुर, काचुरवाही, काचुरवाही खोड़गांव, चोखाला, मनसर, किरणापुर, शिवनी आदि गांवों के नमूने दूषित। 
  • -कामठी तहसील के 69 नमूनों में से 15 नमूने दूषित पाए गए। कोराडी, शिवनी, गारला आदि गांवों के  नमूने दूषित। 
  • -देवलापार से 7 नमूने भेजे गए थे, इसमें से 5 नमूने दूषित निकले। 
  • -पारशिवनी तहसील के 12 नमूनों में 2 दूषित पाए गए। 

गौरतलब है कि 20 से 30 प्रतिशत पानी जिन गांवों के दूषित मिले हैं उन गांवों में जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखबर बावनकुले का क्षेत्र भी है। उनके क्षेत्र के पानी के नमूने भी दूषित पाए गए हैं। लोगों ने प्रशासन से इस ओर ध्यान देकर शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने की मांग की है। 

Created On :   5 Nov 2018 5:14 AM GMT

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