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मूवमेंट के कारण हादसा होने का अंदेशा, रिपोर्ट आना बाकी
डिजिटल डेस्क,नागपुर। पारडी़-कलमना पुल हादसे को लेकर जांच कमेटी ने अंतरिम रिपोर्ट में स्पैन गिरने का कारण घटनास्थल पर पुल के ऊपरी हिस्से में मूवमेंट (हलचल) बताया है। हालांकि पुख्ता रिपोर्ट आनी बाकी है। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, अंतरिम रिपोर्ट में दुर्घटना का कारण स्पष्ट नहीं है।
अंतिम रिपोर्ट का इंतजार
गत रविवार को दिल्ली के तीन सदस्यीय जांच दल ने हादसे का कारण जानने के लिए सभी पहलुओं से अध्ययन किया था। तकरीबन 3 घंटे की जांच के बाद दल ने गत सोमवार को एनएचएआई की नागपुर इकाई के अधिकिारियों से भी चर्चा की। पुल निर्माण से संबंधित सभी प्रकार के दस्तावेज खंगाले। जांच की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद भेजी गई अंतरिम रिपोर्ट में स्थिति साफ न होने के कारण कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। घटना के वक्त पुल के ऊपरी हिस्से में कुछ मजदूर काम कर रहे थे। माना जा रहा है कि इसी दौरान मूवमेंट की वजह से स्पैन गिरा। अब यह लापरवाही थी या जान-बूझकर छेड़छाड़ की गई, इसे लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। अंतिम रिपोर्ट मिलने के बाद ही हकीकत उजागर हो सकेगी।
बेयरिंग में नहीं मिली खामी
प्रारंभिक जांच में अधिकारियों ने हादसे का कारण बेयरिंग का टूटना बताया था। बेयरिंग निर्माता कंपनी मेटल इंजीनियरिंग एंड ट्रीटमेंट के तकनीकी विशेषज्ञों ने जांच के बाद अधिकारियों के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया था। अंतरिम रिपोर्ट से भी यह स्प्ष्ट हो गया है कि बेयरिंग में किसी प्रकार की खामी नहीं थी।
और अधिकारियों के खिलाफ एक्शन संभव
मंगलवार 19 अक्टूबर की रात हुए इस हादसे को लेकर एनएचएआई की शहर इकाई के अधिकारियों में खामोशी पसरी है। अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। कुछ अधिकारियों से तो फोन पर संपर्क नहीं हो पा रहा है। सूत्रों के अनुसार, कुछ अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। हालांकि एनएचएआई द्वारा पहले ही तीन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। इसमें एनएचएआई के अधिकारी येवतकर व जीडीसीएल के प्रकल्प प्रबंधक फिरे का समावेश है।
यह काम होना है : 649 करोड़ के इस प्रकल्प के तहत कुल 6 किलोमीटर का उड़ानपुल, 14 किमी की 4 लेन सड़क, 2 रेलवे अंडरब्रिज, नागनदी पर 2 पुलिया व 22 बस शेड तैयार करना है। फिलहाल सभी प्रकार के निर्माण कार्य रोक दिए गए हैं। इस निर्माण कार्य का ठेका गैनन डंकर्ले व एसएमएस इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया गया है। एनएचएआई के मुताबिक अब तक 265 करोड़ रुपए खर्च कर इस प्रकल्प का 65 फीसदी निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक, पिछले 1 वर्ष में 3 किलोमीटर लंबा उड़ानपुल तैयार किया जा सका है। इसके साथ ही 3.5 किमी व 7.5 किमी की दो सीमेंट की सड़क बनकर तैयार है। एचबी टाऊन जंक्शन पर 24 गर्डर में से 16 गर्डर बनकर तैयार हुए हैं। इसके अलावा 1 रेलवे अंडरब्रिज बनाया गया हैं, जबकि नाग नदी पर निर्माणाधीन 2 पुलिया का काम शुरू है। यह प्रकल्प वर्ष 2019 में पूरा करना था। समय सीमा बढ़ाकर लक्ष्य जनवरी 2022 किया गया था। फिलहाल, काम बंद होने की वजह से यह संभावना भी धूमिल नजर आ रही है।
Created On :   1 Nov 2021 5:29 AM GMT