नागपुर विश्वविद्यालय में विविध अनियमितताओं का है कच्चा-चिठ्ठा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय में हुई विविध अनियमितताओं को उजागर करती उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के उप सचिव अजित बावस्कर समिति की जांच रिपोर्ट राज्यपाल रमेश बैस के समक्ष पेश की गई है। पूर्व में इसे तत्कालीन राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के समक्ष रखा गया था। समिति ने स्पष्ट किया है कि कुलगुरु डॉ. सुभाष चौधरी ने बगैर किसी टेंडर के एमकेसीएल कंपनी को विवि की परीक्षा का काम सौंप दिया, जबकि विवि ने वर्ष 2015 में कंपनी से करार खत्म करके आगे कंपनी को कोई काम नहीं देने का फैसला लिया था। रिपोर्ट में उल्लेख है कि डॉ. चौधरी ने कुलगुरु बनने के बाद विवि के वर्ष 2015 के फैसले को धता बता कर कंपनी को काम सौंपा। यहां तक कि प्राधिकरण सदस्यों के विरोध की भी परवाह नहीं की।
मांग... दोबारा लें सीनेट बैठक
राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के नवनियुक्त सीनेट सदस्यों ने राज्यपाल को पत्र लिख कर विवि की सीनेट की बैठक दोबारा लेने की मांग की है। दरअसल स्नातक सीटों के चुनाव के पूर्व 9 और 11 तारीख को ही विवि ने सीनेट बैठक आयोजित कर ली, जिसमें 10 स्नातक सदस्य उपस्थित नहीं हो सके। ऐसे में सीनेट सदस्य एड.मनमोहन बाजपेयी ने राज्यपाल को पत्र लिखा है। पत्र में कहा है कि बैठक में स्नातक कोटे के सदस्य नहीं होने से विद्यार्थियों और स्नातकों के अनेक विषयों को बैठक में जगह नहीं मिल पाई। यह सब कुछ कुलगुरु डॉ.सुभाष चौधरी के गलत फैसलों के कारण हुआ।
Created On :   30 March 2023 11:59 AM IST