विकास का विरोध नहीं, वन संवर्धन होना चाहिए

There should be forest promotion, not opposition to development
विकास का विरोध नहीं, वन संवर्धन होना चाहिए
अभ्यासकों का सत्कार विकास का विरोध नहीं, वन संवर्धन होना चाहिए

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  विकास को किसी का विरोध नहीं है, लेकिन वन के कारण सभी को पानी, ऑक्सीजन मिलता है। वन संवर्धन होना चाहिए। यह बात नीरी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. संजीव कुमार सिंह ने कही। सिटीजन फोरम फॉर इक्वॉलिटी द्वारा विश्व वन दिवस के उपलक्ष्य में पर्यावरण, वन्यजीव संवर्धन, वन का विकास और संशोधन, मौसम में बदलाव विषय पर अभ्यासकों के सत्कार समारोह में वे बोल रहे थे। प्रमुख अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश अशोक मते, संस्था के अध्यक्ष मधुकर कुकडे उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि बांबू उत्पादन के लिए सरकार द्वारा प्रोत्साहन दिया जाता है, लेकिन जमीन की गुणवत्ता कम हुई है।  

इनका हुआ सत्कार : इससे पहले वरिष्ठ पत्रकार डॉ. राजेश रामपुरकर व एफडीसीएम के सहव्यवस्थापक डॉ. कल्पना चिचखेडे (वन्यजीव क्षेत्र में पीएचडी करने पर), सेवानिवृत्त कार्यकारी अभियंता अरविंद सिंह गुजराल, उमरेड करांडला स्थित गाइड गोपाल भोयर, एड. तुषार मंडलेकर का शाल व श्रीफल देकर सत्कार किया गया। प्रास्ताविक उपाध्यक्ष आर.एस. भंगु व भारा मधुकर कुकडे ने माना।  

Created On :   22 March 2023 12:20 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story