हजारों आंदोलनकारियों ने सड़क पर ही सोकर गुजारी रात
डिजिटल डेस्क, पोंभुर्णा (चंद्रपुर)। जिले के ब्रह्मपुरी तहसील का बुधवार को तापमान विदर्भ में सर्वाधिक 43.8 डिसे दर्ज किया है। इसके बावजूद हजारों आदिवासियों ने अपनी विविध मांगों के लिए आंदोलन शुरू किया जो बुधवार दूसरे दिन भी शुरू रहा है। इस आंदोलन की वजह से पोंभुर्णा-मूल और गोंडपिपरी-मूल मार्ग का परिवहन ठप पड़ गया है। मंगलवार की रात आंदोलनकारियों ने सड़क पर सोकर बितायी। दूसरे दिन दो महिलाओं का स्वास्थ्य बिगड़ गया। दोनों को पोंभुर्णा अस्पताल में भर्ती किया गया है।
पोंभुर्णा बस स्टैंड चौक पर मंगलवार 18 अप्रैलल से रास्ता रोको और ठिया आंदोलन शुरू किया गया। 50 प्रतिशत आदिवासी बहुल गांव में तत्काल पेसा कानून लागू करें, तहसील के वन जमीन और राजस्व जमीन पर 50 वर्ष से किसानी करने वाले बहुजनों को पट्टे दें, सभी अर्धसरकारी आदिवासी आश्रमशालाओं की जांच कर सरकारी नियमों के अनुसार सुविधा न देने वाली शालाओं की मंजूरी रद्द करें, इको सेन्सिटिव जोन रद्द करें, जंगली पशुओं से हुए नुकसान की भरपाई जैसी प्रमुख मांग के लिए मंगलवार की सुबह 10 बजे से आंदोलन शुरू किया जो दूसरे भी जारी है। इस आंदोलन की वजह से पोंभुर्णा-मूल और गोंडपिपरी-मूल मार्ग का परिवहन ठप पड़ गया है। मंगलवार की रात आंदोलनकारियों ने सड़क पर सोकर बितायी। बस स्टैंड का मार्ग बंद होने से आम नागरिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है इसलिए बाजू से रास्ता शुरू करने की अपील की गई हैै।
Created On :   20 April 2023 4:04 PM IST