बाघों का कुनबा बढ़ा, दक्षिण उमरेड में 17 बाघ, गांवों में दहशत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बाघों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यही कारण है कि, वर्तमान में गांवों के पास बाघ आ रहे हैं। लगभग सभी क्षेत्र में 2 से 4 बाघ पाए जा रहे हैं, लेकिन दक्षिण उमरेड की बात करें, तो यहां कुल 17 बाघों को देखा गया है, जो विभिन्न दिशा से यहां आए हैं। ऐसे में यहां स्थित गांवों में बाघों की दहशत बनी हुई है। हाल ही में पससोडी गांव में एक किसान ने बैल को खेत में बांधकर रखा था। उस पर बाघ ने हमला कर दिया था। हालांकि, वन विभाग का कहना है कि, कैमरा ट्रैप में यह बाघ नहीं, बल्कि तेंदुआ होने की जानकारी सामने आई है।
रहने के लिए पर्याप्त जंगल नहीं
सुरक्षित माहौल व बाघों के लिए अच्छी योजनाएं चलाने से धीरे-धीरे बाघों का कुनबा बढ़ता जा रहा है, लेकिन इनके रहने के लिए पर्याप्त जंगल नहीं है। ऐसे में बाघों को क्षेत्र की तलाश में बाहर निकलना पड़ रहा है और वे गांवों की दहलीज तक पहुंच रहे हैं। बाघों के साथ तेंदुओं की संख्या भी बढ़ रही है। रविवार को दक्षिण उमरेड अंतर्गत धुरखेड़ा वन परिक्षेत्र में परसोड़ी नामक गांव में एक किसान के खेत में बंधे बैलों पर किसी जंगली पशु ने हमला कर दिया। जिसमें एक बैल की मौत हो गई थी। दूसरा जख्मी हो गया था। वन विभाग को जानकारी देने के बाद जब कैमरा ट्रैप लगाए गए तो यह बाघ नहीं, बल्कि तेंदुआ निकला।
इन गांवों में दहशत का माहौल
दक्षिण उमरेड में बाघों की संख्या बढ़ रही है। कुल 17 बाघ हैं, जो आस-पास के जैसे मुगलाई, बीसी, मांडवा, धामनगांव जैसे गांवों के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। वन विभाग का कहना है कि, उन्होंने बढ़ती बाघों की संख्या को देखते हुए मुख्य कार्यालय को पत्र लिखकर जानकारी भेजी है साथ ही ज्यादा मैन पॉवर की मांग भी की है। ताकि, समय पर गांववालों की मदद के लिए पहुंचा जा सके।
Created On :   15 Feb 2023 11:50 AM IST