छह लाख के इनामी दो नक्सलियों ने किया समर्पण

Two Naxalites who were rewarded with six lakhs surrendered
छह लाख के इनामी दो नक्सलियों ने किया समर्पण
गड़चिरोली छह लाख के इनामी दो नक्सलियों ने किया समर्पण

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली।   जिला पुलिस विभाग को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। पिछले अनेक दिनों से नक्सली दलम में कार्य कर रहे 2 नक्सलियों ने पुलिस विभाग के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। समर्पित नक्सलियों में एटापल्ली तहसील के जवेली निवासी 4 लाख रुपए के इनामी अनिल उर्फ रामसाय जगदेव कुजूर (26) और छत्तीसगढ़ राज्य के नारायणपुर जिले के डांडीमरका निवासी 2 लाख रुपए  इनामी रोशनी उर्फ ईरपे नरंगो पल्लो (30) का समावेश है। दोनों नक्सलियों के एकसाथ आत्मसमर्पण करने से एक बार फिर नक्सली आंदोलन को करारा झटका लगा है। इस अाशय की जानकारी बुधवार को जिला पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने एक पत्र परिषद में दी। एसपी गोयल ने बताया कि, दोनों आत्मसमर्पण नक्सलियों को आत्मसमर्पण समिति के समक्ष पेश किया गया। जहां उनका समर्पण मंजूर किया गया है। 

वर्ष 2009 में अनिल कुजूर एटापल्ली तहसील के कसनसुर नक्सल दलम में भर्ती हुआ। वह वर्ष 2010 तक दलम में कार्यरत था। वर्ष 2012 से 2022 तक अपने घर में रहकर वह नक्सलियों के लिए काम करता था। वर्ष 2011 में कोरची तहसील के खोब्रामेंढा जंगल में हुई मुठभेड़ में अनिल का सक्रिय सहभाग था। इस मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ की 191 बटालियन का 1 जवान शहीद हुए था।  वहीं अन्य पांच जवान गंभीर रूप से घायल हुए थे। इसी वर्ष निहायकल से गैरहपत्ती सड़क के ब्लास्ट में भी अनिल का सहभाग था। इस ब्लास्टिंग में 5 जवान गंभीर रूप से घायल हुए थे। वहीं छोटा झेलिया मुठभेड़ में भी उसका सक्रिय सहभाग था। दलम में लगातार बढ़ रही परेशानी से तंग आकर अनिल ने आत्मसमर्पण किया। राज्य सरकार ने अनिल पर 4 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।  जबकि रोशनी पल्लो नामक नक्सली ने वर्ष 2009 में नक्सली दलम में भर्ती हुई। छत्तीसगढ़ राज्य के जटपुर नक्सली दलम में वह सदस्य पद पर कार्यरत थी।

 वर्ष 2009 से 2015 की कालावधि में उसने जोन टेक्निकल टीम में कार्य किया। वर्ष 2015 से 2018 की कालावधि में उपकमांडर पद पर कार्य करने के बाद वह जुलाई 2018 से अपने घर में रहकर नक्सलियों के लिए कार्य कर रही थी। छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न 3 मुठभेड़ों समेत वर्ष 2015 में भामरागढ़ तहसील के इरपनार में 3 व्यक्तियों की हत्या में रोशनी का सहभाग था। बुधवार को दोनों नक्सलियों का आत्मसमर्पण समिति ने मंजूर किया। इस समय अनिल के पुनर्वास के लिए केंद्र व राज्य सरकार की ओर से 5 लाख रुपए पुरस्कार तो रोशनी को पुनर्वास के लिए दोनों सरकार की ओर से 5 लाख रुपए  का पुरस्कार घोषित किया गया। दोनों नक्सलियों के एकसाथ आत्मसमर्पण करने से जिले में एक बार फिर नक्सली आंदोलन बैकफूट पर दिखायी दे रहा है। पत्र परिषद में पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल समेत अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) सोमय मुंडे, अपर पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) समीर शेख आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। 
 

Created On :   22 Sept 2022 3:59 PM IST

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