डेढ़ माह में स्टूडेंट्स के 90 लेक्चर पूरा कराना यूनिवर्सिटी के लिए बना चुनौती

UGC said that the universities have to complete at least 90 days of classes in each semester
डेढ़ माह में स्टूडेंट्स के 90 लेक्चर पूरा कराना यूनिवर्सिटी के लिए बना चुनौती
डेढ़ माह में स्टूडेंट्स के 90 लेक्चर पूरा कराना यूनिवर्सिटी के लिए बना चुनौती

डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी द्वारा हाल ही में बढ़ाई गई  एडमिशन लेने की अवधि ने एक नई समस्या खड़ी कर दी है। दरअसल विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के निर्देश हैं कि, यूनिवर्सिटी को प्रत्येक सेमेस्टर में कम से कम 90 दिन की पढ़ाई पूरी करानी है। एक साल में  180 दिन की पढ़ाई के प्रारूप में प्रत्येक सप्ताह में कम से कम 30 घंटे पढ़ाई, प्रत्येक सप्ताह कम से कम 10 घंटे प्रैक्टिकल, लाइब्रेरी वर्क अनिवार्य किया गया है, लेकिन 25 सितंबर तक अगर यूनिवर्सिटी प्रवेश दे भी, तो नवंबर के पहले सप्ताह में प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाओं की शुरुआत होती है, ऐसे में लगभग डेढ़ माह में स्टूडेंट्स के 90 लेक्चर पूर्ण करने की चुनौती यूनिवर्सिटी के सामने है।  क्योंकि मामले में सुनील मिश्रा द्वारा हाईकोर्ट में दायर एक याचिका में यूनिवर्सिटी ने शपथपत्र देकर हर हाल में 90 दिन की पढ़ाई पूर्ण कराने का आश्वासन दे रखा है,

अगर यूनिवर्सिटी के विभागों में या फिर कॉलेजों में 90 दिन की पढ़ाई नहीं हुई, तो कोर्ट की अवमानना का डर भी यूनिवर्सिटी प्रशासन को है। इसके हल के लिए प्रभारी कुलसचिव डॉ. नीरज खटी ने बताया कि,  यूनिवर्सिटी ने कॉलेज प्राचार्यों और विवि के विभाग प्रमुखों से शपथ पत्र मांगा है कि, वे नए स्टूडेंट्स की एक सेमेस्टर की 90 दिन की पढ़ाई हर हाल में पूरी कराएंगे, अगर कोई कॉलेज प्राचार्य शपथपत्र देने से मना करेगा, तो यूनिवर्सिटी उसके नए विद्यार्थियों के परीक्षा फॉर्म स्वीकारने से साफ इंकार कर देगा। 

प्रवेश डी-फ्रीज भी करा सकते हैं
स्टूडेंट्स की पुरजोर डिमांड के बाद अपने विभाग और सम्बद्ध कॉलेजों में प्रवेश की तारीख 6 सितंबर से बढ़ा कर 25 सितंबर कर दी गई है। यूनिवर्सिटी  ने 18 सितंबर को यह अधिसूचना जारी की। इस अधिसूचना के तहत पुनर्मूल्यांकन में पास हुए करीब 1 हजार विद्यार्थी, इसके अलावा अन्य प्रवेश लेने के पात्र विद्यार्थी भी यूनिवर्सिटी के विभाग या कॉलेज में खाली बची सीटों पर प्रवेश ले सकते हैं। वहीं बीते दिनों नागपुर यूनिवर्सिटी ने बड़ी संख्या में कॉलेजों के एेसे पाठ्यक्रम, जहां निर्धारित सुविधाएं और शिक्षक नहीं हैं, वहां के प्रवेश फ्रीज कर दिए थे। त्रुटियां दूर करने के लिए सितंबर तक का वक्त दिया गया था, चूंकि अब प्रवेश की तिथि बढ़ गई है, कॉलेजों के पास मौका है कि, वे अपने यहां की त्रुटियां दूर कर 25 सितंबर के पूर्व अपने यहां दोबारा प्रवेश शुरू करा सकते हैं। 

Created On :   21 Sep 2018 7:03 AM GMT

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