यूपीएससी एग्जाम : नागपुर में पढ़ने वाले 6 विद्यार्थी चमके
डिजिटल डेस्क, नागपुर। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा 2019 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। इसमें नागपुर स्थित शासकीय प्री-आईएएस कोचिंग सेंटर के भी 6 विद्यार्थी हैं। पिछली बार में यहां से किसी भी विद्यार्थी का चयन नहीं हो पाया था।
पिछड़े इलाके से ताल्लुक रखते हैं सुमित
यवतमाल जिले के वणी जैसे पिछड़े इलाके से निकले सुमित सुधाकर रामटेके को इस परीक्षा में 748वां रैंक मिला है। सुमित ने मैटालॉजी में इंजीनियरिंग की है। 2018 में सीआरपीएफ में सहायक कमांडेंट के पद पर चयन हुआ था।
मौसेरे भाइयों से मिली प्रेरणा
नागपुर के निखिल सुधाकर दुबे वर्तमान में दिल्ली स्थित भारतीय सूचना सेवा में सहायक संचालक हैं। इनके दो मौसेरे भाई आईपीएस हैं आैर इन्हीं से इन्हें आईएएस या आईपीएस बनने की प्रेरणा मिली। निखिल के पिता नागपुर स्थित फिशरीज में अधिकारी थे। इलेक्ट्राॅनिक इंजीनियर निखिल ने 733वां रैंक प्राप्त किया है।
बेहतर रैंक के लिए फिर परीक्षा दूंगा
नाशिक के स्वरूप रवींद्र दीक्षित वर्तमान में इंडियन फॉरेस्ट सर्विस में अधिकारी हैं। आईएएस बनने की चाहत में ही तीसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी। पिता बीएसएनएल में इंजीनियर थे। सूचना तकनीकी में इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद रवींद्र दीक्षित ने आईएएस बनने की ठानी। 827वीं रैंक मिलने के कारण फिर से यूपीएससी की परीक्षा देने की तैयारी में लगेंगे।
Created On :   5 Aug 2020 6:24 AM GMT