नियमित नहीं मिल रही वैक्सीन की खेप, बार-बार केंद्र बंद रखने की मजबूरी

Vaccine consignments not getting regularly, compulsion to keep the center closed again and again
नियमित नहीं मिल रही वैक्सीन की खेप, बार-बार केंद्र बंद रखने की मजबूरी
नियमित नहीं मिल रही वैक्सीन की खेप, बार-बार केंद्र बंद रखने की मजबूरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा के वैक्सीनेशन केंद्र सरकार से वैक्सीन की खेप मिलने के बाद ही शुरू होते हैं, लेकिन सरकार नियमित वैक्सीन की खेप नहीं दे रही है। वैक्सीन के अभाव में बार-बार वैक्सीनेशन बंद करना पड़ता है। इस बार तीन दिन वैक्सीनेशन बंद रखना पड़ा था। हाल है कि, सरकार से गुहार लगाने की नौबत आ चुकी है कि वैक्सीन दे दो सरकार…। मनपा की मंशा है कि, नागरिकों का जल्द वैक्सीनेशन कर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, लेकिन उसकी मंशा पर सरकार पानी फेर रही है। सरकार की तरफ से जरूरत के हिसाब से नियमित वैक्सीन प्राप्त नहीं हो रही है। 15 जनवरी से 18 जुलाई तक 11,18,690 डोज प्राप्त हुए हैं। कुल 11,94,587 लोगों ने वैक्सीन लगवाई है।

15 दिन नहीं हुआ वैक्सीनेशन
सूत्रों के अनुसार वैक्सीन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता नहीं होने से बार-बार वैक्सीनेशन बंद करना पड़ा है। पिछले एक महीने में 15 दिन वैक्सीनेशन बंद रखना पड़ा है। जब भी वैक्सीन की खेप मिलती है, उसके बाद दो दिन तक वैक्सीनेशन शुरू रहता है। दो दिन में स्टॉक खत्म हो जाता है। इसके बाद वैक्सीनेशन बंद करना पड़ता है। शहर में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन की शुरुआत हुई है। पहले चरण में केवल 45 प्लस आयुवर्ग का ही टीकाकरण किया जा रहा था। उस समय नियमित वैक्सीनेशन शुरू था। इसके बाद 1 मई से 18 प्लस आयुवर्ग का वैक्सीनेशन शुरू किया गया। इनका वैक्सीनेशन शुरू होते ही वैक्सीन उपलब्धता की समस्या पैदा हुई। तब सरकार ने 12 मई को इस आयुवर्ग का वैक्सीनेशन बंद कर दिया। 23 जून से फिर से इस आयुवर्ग का वैक्सीनेशन शुरू किया गया। 18-44 आयुवर्ग में वैक्सीनेशन का उत्साह अधिक है। इस कारण वैक्सीनेशन शुरू होते ही इस आयुवर्ग की संख्या अधिक होती है। इस आयुवर्ग के लोगाें को शिक्षा, नौकरी आदि कामों से शहर बाहर आना-जाना करना पड़ता है, इसलिए वे जल्द वैक्सीनेशन करवाना चाहते हैं। 

केंद्र शुरू, लेकिन वैक्सीन का अभाव
मनपा ने समय-समय पर अलग-अलग वर्ग के लिए वैक्सीनेशन केंद्र शुरू किए हैं, लेेकिन वैक्सीन के अभाव में उन केंद्रों पर भी वैक्सीनेशन बंद रखने की नौबत आती रहती है। सीनियर सिटीजंस के लिए दो ड्राइव इन वैक्सीनेशन केंद्र, दिव्यांगों के लिए एक विशेष केंद्र, गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष केंद्र, तृतीयपंथियों के लिए एक केंद्र शुरू किया गया है। इसके अलावा 140 से अधिक केंद्र सामान्यजनों के लिए शुरू किए गए हैं। जब वैक्सीन की खेप मिलती है, तो प्रतिदिन औसत 20 हजार लोगों का वैक्सीनेशन किया जाता है। पिछले एक महीने में 15 दिन तक वैक्सीनेशन केंद्र बंद रहे हैं। इतने दिनों में 3,00,000 लोगों को वैक्सीन दी जा सकती थी, लेकिन वैक्सीन की कमी के चलते यह संख्या भी घट गई है। 

दूसरा डोज लेने वालों की संख्या कम
सूत्रों के अनुसार 15 जनवरी से 18 जुलाई तक मनपा को कुल 11,18,690 डोज प्राप्त हुए हैं। इनमें काेविशील्ड के 10,28,830 और कोवैक्सीन के 89,760 डोज शामिल हैं। 22 जुलाई तक निजी व सरकारी केंद्रों पर मिलाकर कुल 11,94,587 लोगों को वैक्सीन लगायी गई है। इनमें पहला डोज लेने वालों की संख्या 8,56,097 और दूसरा डोज लेने वालों की संख्या 3,38,490 है। नियमों में बदलाव के कारण दूसरा डोज लेने वालों की संख्या कम हो चुकी है। पहले दूसरा डोज 28 दिनों बाद दिया जाता था, लेकिन पिछले महीने सरकार ने दूसरे डोज की अवधि 12 हफ्ते बाद कर दी है, इसलिए दूसरा डोज लेन वालों की संख्या कम हो गई है।

Created On :   23 July 2021 9:49 AM GMT

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