अगले दिन तीनों तक मूसलाधार बारिश की चेतावनी

Warning of torrential rain till all three the next day
अगले दिन तीनों तक मूसलाधार बारिश की चेतावनी
महाराष्ट्र अगले दिन तीनों तक मूसलाधार बारिश की चेतावनी

डिजिटल डेस्क,मुंबई। भारतीय मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों यानी 12 जुलाई तक राज्य के कोंकण विभाग के सभी जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने मुबंई, ठाणे के लिए औरेंज अलर्ट और रायगढ, रत्नागिरी व सिंधुदुर्ग के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यहां 64 मिमी से 200 मिमी तक बारिश हो सकती है। भारी बरसात से राज्य के 214 गांव प्रभावित हुए हैं। अब तक महाराष्ट्र में अतिवृष्टि के चलते 67 लोगों की जान गई है जबकि 125 पशुओं की मौत हुई है।     

नांदेड जिले के हदगांव तहसिल स्थित बामनी गांव के लोगों को बाढ़ की परिस्थिति पैदा होने के बाद दूसरी जगहों पर स्थलांतरित किया गया है। भारी बरसात से गढचिरोली जिले के भामरागड, एटापल्ली और सिरोंचा तहसील के 128 गांवों से सम्पर्क टूट गया है। एटापल्ली-भामरागड हाईवे पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। जिले के 120 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। शनिवार को डिजास्टर मैनेजमेंट विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्यभर में एनडीआरएफ की 13 कंपनियां और एसडीआरएफ की 2 कंपनी तैनात है। भारी बारिश के चलते राज्यभर में 125 पशुओं की जान गई है। अब तक बाढ़ प्रभावित 4607 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है। 

नागपुर-अमराती विभाग में 13-13 लोगों की हुई मौतें
भारी बारिश से सर्वाधिक 12 लोगों की मौत नाशिक में हुई है। जबकि विदर्भ के भंडारा, गोंदिया, वाशिम में दो-दो लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी। नागपुर व अमरावती विभाग में 13-13 लोगों की मौत हुई है। नागपुर जिले में भारी बरसात के चलते 9 लोगों की जान गई है। औरंगाबाद विभाग में 10 लोगों की मौत हुई है।    

बसमत : नदी- नाले उफान पर, अनेक ग्रामो में घरो में घुसा पानी
 हिंगोली जिले के बसमत तहसील में 8 जुलाई की सुबह से ही चल रही बरसात ने 9 जुलाई की मध्य रात रौद्र रुप धारण कर लिया।  , अनेक ग्रामो में घरो में पानी घुस गया, खेतो में पानी जमा हो जाने से खेतों का नुकसान हुआ। तहसील की जलेश्वर, उघडी और आसना नदी  उफान पर है। कुरूंदा ग्राम के सिध्देश्वर नदी में बाढ़ आने से नदी का पानी लोगों को घरों में घुस गया। सबसे ज्यादा नुकसान किन्होला ग्राम को हुआ, आसना नदी ने रोद्र रुप धारण कर किन्होला ग्राम में जमकर तबाही मचाई। नदियो के उफान पर बहने से पानी के बहाव के चलते खेती की मिटटी का बड़ा नुकसान हुआ। नदी तट पर रहने वाले किसानों का भी बडा नुकसान हुआ, नदियो में बाढ आने से अनेक घंटों तक यातायात बंद रहा।  जिलााधिकारी जितेंद्र पापलकर, निवासी उपजिलाधिकारी चंद्रकांत सुर्यवंशी, आपत्ति व्यवस्थापन अधिकारी रोहित कंजे बाढ प्रभावित क्षेत्रो पर नजर रखे हुए हैं। बसमत तहसील में आई बाढ़ को देख प्रभावित क्षेत्रो का उपविभागीय अधिकारी डॉक्टर सचिन खल्लाल. तहसीलदार अरविंद बोलंगे, एड.शिवाजीराव जाधव, रघुनाथ सूर्यवंशी, मंडल अधिकारी प्रियंका खडसे आदि ने दौरा किया।
 


 

Created On :   9 July 2022 8:17 PM IST

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