कुओं और बोरवेल का जलस्तर घटने से गहराया जलसंकट
डिजिटल डेस्क, सिरोंचा (गड़चिरोली)। तहसील के वड़धम ग्राम पंचायत के तहत आने वाले चिटुर में इन दिनों भीषण जलसंकट निर्माण हो गया है। लोगों को समीपस्थ प्राणहिता और गोदावरी नदी से पानी ढ़ाेना पड़ रहा है। गांव में प्रशासन ने 8 हैन्डपंप समेत 6 कुओं का निर्माणकार्य किया है। मात्र लगातार बढ़ रहीं गर्मी के बीच इनका जलस्तर घट जाने से लोगों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। बता दें कि, चिटुर गांव में तकरीबन 90 घर होकर 300 से अधिक जनसंख्या हैं। इन ग्रामीणों को पानी की सुविधा उपलब्ध कराने अब तक किसी तरह की नल योजना नहीं बनायी गयी है। गांव से सटकर प्राणहिता और गोदावरी नदी है। बावजूद इसके इन दिनों पर किसी तरह की नल योजना नहीं बनने से लोगों को गांव में मौजूद कुओं समेत हैन्डपंप से अपनी प्यास बुझानी पड़ रहीं है। मात्र अप्रैल माह के शुरुआती दौर से भीषण गर्मी शुरू होने के कारण इन जलस्त्रोतों का जलस्तर तीव्र गति से घटने लगा हंै। गांव में स्थिति ऐसी हैं कि, सभी 6 कुएं पूरी तरह सूख गये हंै। वहीं 8 हैंडपंप से भी किसी तरह का पानी नहीं मिलता। फलसवरूप ग्रामीण अब दोनों नदियों से पानी ढ़ो रहे हैं। हर वर्ष ग्रीष्मकाल में ऐसी स्थिति निर्माण होती है। जलसंकट के निवारण हेतु स्थानीय नागरिकों ने अनेक बार पंचायत समिति प्रशासन समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों से पत्र व्यवहार किया है। लेकिन अब तक जलसंकट का निवारण नहीं किये जाने से लोगों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। वर्तमान में सूरज आग उगलने के कारण नदियों का जलस्तर भी अब घटने लगा है। फलस्वरूप आने वाले दिनों में गांव में जलसंकट उग्र रूप धारण करने की संभावना व्यक्त की जा रहीं है। जलसंकट का तत्काल निवारण कर लोगों को राहत देने की मांग चिटुर के नागरिकों द्वारा की जा रहीं है।
Created On :   11 April 2023 4:11 PM IST