मौसम आधारित कृषि परामर्श (विशेष लेख) मिर्च में चूर्रादृमूर्रा रोग हो सकता है इसके नियंत्रण हेतु इमीडाक्लोप्रिड दवा की 0.5 मिली मात्रा प्रतिलीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें!

मौसम आधारित कृषि परामर्श (विशेष लेख) मिर्च में चूर्रादृमूर्रा रोग हो सकता है इसके नियंत्रण हेतु इमीडाक्लोप्रिड दवा की 0.5 मिली मात्रा प्रतिलीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें!
कृषि परामर्श मौसम आधारित कृषि परामर्श (विशेष लेख) मिर्च में चूर्रादृमूर्रा रोग हो सकता है इसके नियंत्रण हेतु इमीडाक्लोप्रिड दवा की 0.5 मिली मात्रा प्रतिलीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें!

डिजिटल डेस्क | टीकमगढ़ आनेवाले 3-4 दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बर्षा होने तथा आसमान में बादल छाये रहने की संभावना हैं। दिन का अधिकतम तापमान 32-33 डि.से. तथा रात का न्यूनतम तापमान 23-24 डि.से. के आस-पास रहने की संभावना हैं। हवा की औसत गति 10 से 19 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना हैं।आनेवाले 3-4 दिनों के दौरान हल्की से मध्यम बर्षा होने तथा आसमान में बादल छाये रहने की संभावना को ध्यान में रखते हुए, किसान भाई, फसलों में रस चूसक कीट तथा पत्ती रोग व्याघियों के लिए निगरानी का कार्य भी करें। उड़्द की फसल में पीला पत्ता रोग तथा सोयाबीन की फसल में गर्डल वीटिल का प्रकोप कहीं-कहीं देखा जा रहा है, किसान भाई, फसलों का निरीक्षण करें।

इससे बचाव हेतु, थियामेथॉक्सम (12.6:) लैम्ब्डा-साईहेलोथ्रीन (9.5 प्रतिशत) जेडसी, दवा की 1.0 मिली लीटर मात्रा प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर, आसमान साफ होने पर छिड़काव करें। सोयाबीन की फसल में पीला पत्ता रोग का प्रकोप हो सकता है, किसान भाई, फसल की निगरानी करते रहें। भिण्डी में पीली पत्ती रोग का प्रकोप देखा रहा है अत: किसान भाई फसल का निरीक्षण करते रहें तथा इससे बचाव हेतु आसमान साफ रहने पर मिथायल डेमेटाँन 25 ई.सी. दवा की 2 मिली लीटर मात्रा प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर आसमान साफ रहने पर छिड़काव करें। इस समय आंवला में फल आ रहे हैं अत: किसान भाई फलौं को गिरने से रोकने के लिए 2-4,डी दवा की 8-10 मिलीलीटर मात्रा अथवा एन.ए.ए दवा की 25-30 मिलीलीटर मात्रा प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।

अरवी की फसल में पत्ती झुलसा रोग (पत्तीयों पर भुरे रंग के धब्बे) का प्रकोप देखा रहा है किसान भाई, इसके बचाव हेतु 2.5 ग्राम मैंकोजेब मेटालैक्जिन दवा प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर, आसमान साफ होने पर छिड़काव करें। कद्दूवर्गीय सब्जियों को ऊपर चढाने हेतु लकड़ी का सहारा दें ताकि वर्षा से सब्जियों की लताओं को गलने से बचाया जा सके। पशुओं को गलघोटू (एच.एस.) तथा लगड़िया बुखार (बी.क्यू.) का टीकाकरण अवश्य लगवायें।गाय व भैंस के छोटे बछ्ड़ो को पेट के कीड़ों की दवा पिलायें।

Created On :   20 Aug 2021 8:29 AM GMT

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