अतिवृष्टिग्रस्त किसानों को मदद देने में विलंब क्यों?
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । धान उत्पादक गड़चिरोली जिले में खरीफ और रबी सत्र में बड़े पैमाने पर धान समेत अन्य फसलें उगायी जाती है। गत सप्ताह जिलेभर में बेमौसम बारिश हुई। इस बारिश ने किसानों की सारी मेहनत पर पानी फेरने का कार्य किया। लगातार हो रहें नुकसान के कारण किसान पूरी तरह संकट में फंसे हुए है। बावजूद इसके अतिवृष्टिग्रस्त किसानों के लिए राज्य सरकार ने अब तक मदद की घोषणा नहीं की है। किसानों को संकट से उबारने के लिए युध्दस्तर पर मदद की घोषणा करने की आवश्यकता है। मात्र राज्य सरकार इस ओर लगातार अनदेखी कर रहीं है। इस आशय का आरोप एक पत्र परिषद के जरिए पूर्व राज्यमंत्री व विधायक धर्मरावबाबा आत्राम ने किया है।
गड़चिरोली स्थित निवासस्थान में उन्होंने पत्रकारों को बताया कि, गत वर्ष खरीफ सत्र के दौरान अतिवृष्टि हुई। जिसके चलते हाथी आयी फसल पूरी तरह बर्बाद होने से किसानों का नुकसान हुआ। इस नुकसान से उबरने के लिए रबी सत्र में किसानों ने एक बार फिर मेहनत की। लेकिन गत सप्ताह हुई अतिवृष्टि से किसानों की फसल फिर नष्ट हुई। बेमौसम बारिश ने धान समेत मिर्च, मका, तुअर की फसल पूरी तरह बर्बाद हुई है। इस नुकसान का तत्काल सर्वेक्षण कर नुकसानग्रस्त किसानों को वित्तीय मदद देने की मांग उन्होंने की। लॉयड्स एन्ड मेटल्स कंपनी की कोनसरी परियोजना के बारे में उन्होंने बताया कि, वर्तमान में कोनसरी के निर्माणकार्य में जिले के 1 हजार सुशिक्षित बेरोजगार कार्यरत है। इस कार्य में 90 फीसदी स्थानीय बेरोजगार होकर केवल 10 फीसदी कर्मचारी बाहरी राज्यों के है।
निर्माणकार्य स्थल पर ही कामगारों के लिए भोजन की व्यवस्था करायी गयी है। अागामी जून माह में परियोजना के प्रत्यक्ष निर्माणकार्य का शुभारंभ होगा। जबकि वर्ष 2028 तक परियोजना बनकर तैयार होगी। 15 हजार करोड़ रूपयों की लागत से यह परियोजना साकार होगी। जिसमें जिले के स्थानीय बेरोजगारों को प्राथमिकता दी जाएगी। मंगलवार, 11 अप्रैल को विधायक आत्राम स्वयं सुरजागढ़ पहाड़ी का दौरा करेंगे। इस दौरे में उनके द्वारा स्थानीय कामगारों की समस्याएं सुनी जाएगी। इस परियोजना में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता देने का आश्वासन भी उन्होंने इस समय दिया। पत्र परिषद में राकांपा जिलाध्यक्ष रवींद्र वासेकर समेत रायुकां जिलाध्यक्ष लीलाधर भरडकर उपस्थित थे।
Created On :   11 April 2023 3:12 PM IST