आगामी बजट में करेंगे वनग्राम विकास योजना की घोषणा

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है। लेकिन 80 प्रतिशत मृत्यु जंगल में ही होते हैं। जिससे ग्रामीणों का जंगल पर निर्भरता कम होनी चाहिए। इसलिए स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की संस्था के साथ काम शुरू होने की जानकारी राज्य के वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने दी। उन्होंने बताया कि श्यामाप्रसाद मुखर्जी जनवन योजना राज्य ने चलाई। जिससे गांव की जरूरत पूर्ण हो रही है, मात्र रोजगार के मौके निर्माण होने का प्रमाण कम है। जिससे अब मानव विकास व डोंगरी विकास योजना की तर्ज पर वनग्राम विकास योजना क्रियान्वित कर आगामी बजट में इस बारे में घोषणा की जाएगी।
प्रियदर्शनी सांस्कृतिक सभागृह में ताड़ोबा-अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के 28वे वर्धापन दिन पर आयोजित कार्यक्रम में वे बोल रहे थे। उन्होंने आगे बताया कि, वन्यजीव के हमले में मृत व्यक्ति के परिवार को 2 लाख रुपए मिलनेवाली मदद अब 20 लाख रुपए तक बढ़ाई गई है। इसके साथ ही वन्यजीवों के हमले में मृत्यु नहीं होगी, इस संबंध में नियोजन किया जा रहा है। इसके लिए केंद्रीय वनमंत्री भूपेंद्र यादव से चर्चा शुरू है। इस समय पर मंच पर प्रमुख अतिथि सांसद बालू धानोरकर, विधायक किशोर जोरगेवार, अप्पर मुख्य वनसंरक्षक प्रकाश लोणकर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी विवेक जॉन्सन, पुलिस अधीक्षक रवींद्रसिंह परदेशी, ताड़ोबा के क्षेत्र संचालक डा. जितेंद्र रामगावकर, चंदनसिंह चंदेल, उपसंचालक कुशाग्र पाठक, उपसंचालक (कोर) नंदकिशोर काले, सैनिकी शाला के प्रशासकीय अधिकारी देवाशिष जीना, उपवनसंरक्षक श्वेता बोड्डू तथा सरपंच, उद्योग संस्था के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
Created On :   25 Feb 2023 4:17 PM IST












