सतना पुलिस हुई हाईटैक- मिलीं सीसीटीवी कैमरों से लैस बोलेरो- भोपाल से भी हो सकेगी मानिटरिंग

With the help of technology, the police trying to stop the crime
सतना पुलिस हुई हाईटैक- मिलीं सीसीटीवी कैमरों से लैस बोलेरो- भोपाल से भी हो सकेगी मानिटरिंग
सतना पुलिस हुई हाईटैक- मिलीं सीसीटीवी कैमरों से लैस बोलेरो- भोपाल से भी हो सकेगी मानिटरिंग

डिजिटल डेस्क, सतना। तकनीकी का सहारा लेकर अपराध रोकने की कोशिश में जुटी पुलिस ने एक कदम आगे बढ़ते हुए ऐसे वाहन अपने बेड़े में जोड़ दिए हैं जो उच्च क्षमता वाले कैमरों, जीपीएस समेत तमाम संसाधनों से लैश है। उक्त जानकारी देते हुए पुलिस कप्तान संतोष सिंह गौर ने बताया कि पीएचक्यू से सतना जिले को 2 बोलेरो गाडिय़ां मिलीं हैं, जिन्हें सीसीटीवी सर्विलांस वाहन का नाम दिया गया है।

ये है खासियत
इन वाहनों में ड्राइवर सीट के अगल-बगल और आगे-पीछे उच्च क्षमता के पीटीएच (प्वाइंट टू जूम) कैमरे लगे हैं जो 360 डिग्री तक घूमकर आसपास की चीजों को रिकार्ड कर सकते हैं। इन गाडिय़ोंं में जीपीएस सिस्टम भी लगाया गया है, प्रत्येक वाहन में चालक के साथ 2 पुलिसकर्मी लैपटाप लेकर तैनात रहेंगे।

ये रहेगा काम
इन वाहनों को रैली, सभा, धरना-प्रदर्शन और दंगा-फसाद की स्थिति में मैदान में उतारकर पूरे घटनाक्रम को कैमरों में कैद करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा ताकि कानून व्यवस्था बिगाडऩे वालों की करतूत पकड़ी जा सके और बाद में रिकार्डिंग देखकर उत्पातियों को चिन्हित कर दंडित कर सकें।  इसका कंट्रोल पुलिस लाइन में बनाए गए सीसीटीवी कंट्रोल रूम के साथ भोपाल में स्थित कंट्रोल रूम में भी रहेगा, जहां बैठे अधिकारी किसी भी समय लाइव या रिकार्डिंग देख सकते हैं। ये वाहन पुलिस की चलती-फिरती तीसरी आंख कहे जा रहे हैं।

डायल 100 के बेड़े में 8 बाइक शामिल
अब तक फास्ट रेस्पांस व्हीकल के रूप में टाटा सफारी गाडिय़ां पुलिस को दी गई थी, लेकिन काम के दबाव और शिकायतों में इजाफा होने पर पुलिस मुख्यालय ने डायल 100 के बेड़े में दो पहिया वाहनों को जोडऩे का फैसला किया है। इसके तहत पहले चरण में 150 पल्सर मोटरसाइकिल खरीदी गई हैं जिनमें से 8 बाइक सतना को आवंटित हुई हैं। इन गाडिय़ों में 2-2 पुलिसकर्मी डयूटी करेंगे। पुलिस अधीक्षक ने आवश्यकता के लिहाज से उचेहरा, नागौद, रामपुर बाघेलान, अमरपाटन, मैहर, रामनगर, कोलगवां और सिविल लाइन थाने को एक-एक बाइक प्रदान की है। यहां पर अक्सर एक समय में 2-3 इवेंट आ जाते हैं, लेकिन एफआरवी सभी जगह नहीं पहुंच पाती।

 

Created On :   10 Oct 2018 8:03 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story