प्रसूता की मौत: सीजर के बाद प्रसूता की मौत का मामला, नर्सिंग होम के संचालन पर सीएमएचओ ने लगाई रोक

सीजर के बाद प्रसूता की मौत का मामला, नर्सिंग होम के संचालन पर सीएमएचओ ने लगाई रोक
  • सीजर के बाद प्रसूता की मौत
  • स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी गई जानकारी
  • नर्सिंग होम के संचालन पर रोक

डिजिटल डेस्क, सतना। सीजर से प्रसव के बाद श्रीजी कान्हा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में प्रसूता की मौत के मामले में नोटिस का जवाब नहीं देने और मप्र उपचर्यागृह तथा रुजोपचार संबंधी स्थापनाएं (रजिस्ट्रीकरण तथा अनुज्ञापन) अधिनियम 1973 एवं नियम 1997 संशोधित विधेयक 2008 एवं 2021 के नियमों को ताक में रखकर नर्सिंग होम के संचालन को गंभीरता से लेते हुए सीएमएचओ डॉ. एलके तिवारी ने आगामी आदेश तक नर्सिंग होम के संचालन पर रोक लगा दी है। सीएमएचओ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच में पाया था कि प्रसूता की मौत के बाद परिजनों के असंतुष्ट होने के बाद भी अस्पताल संचालक द्वारा मृतका का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया था। प्रसूता के मौत की जानकारी भी स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी गई थी। इतना ही नहीं नर्सिंग होम में ऑपरेशन थियेटर की भी व्यवस्था नहीं थी।

एक नजर में घटनाक्रम

उल्लेखनीय है कि १८ अप्रैल को सुबह साढ़े ६ बजे प्रसूता पिंकी कुशवाहा पति सुरेन्द्र (२०) निवासी डिलौरी रैगांव को परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। १८-१९ अप्रैल की ही रात में ड्यूटी डॉक्टर ने अधिक ब्लीडिंग की वजह से जच्चा-बच्चा की जान को खतरा बताकर उसे मेडिकल कॉलेज रीवा रेफर कर दिया था। लेकिन प्रसूता रीवा की बजाए श्रीजी कान्हा हॉस्पिटल पहुंच गई थी। वहां रात में ही सीजर से प्रसव के १५ घंटे बाद १९ अप्रैल को दोपहर १२ बजे उसकी मौत हो गई थी।

चार बिन्दुओं पर देना था जवाब

मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमएचओ डॉ. एलके तिवारी ने २३ अप्रैल को नर्सिंग होम संचालक डॉ. योगेन्द्र सिंह को नोटिस जारी कर नर्सिंग होम में भर्ती के वक्त किस डॉक्टर ने देखा, सीजर से पहले किस मेडिकल विशेषज्ञ ने फिटनेस दिया, किस डॉक्टर ने गर्भवती का सीजर किया और सीजर से पहले एनेस्थीसिया किस डॉक्टर ने दिया, इन बिन्दुओं पर ४८ घंटे में जवाब-तलब किया था। संचालक ने नोटिस को गंभीरता से नहीं लिया तो ३० अप्रैल को सीएमएचओ ने दूसरा रिमांइडर दिया। इसके बाद भी नोटिस का जवाब नहीं दिया गया। ज्ञात हो कि सीएमएचओ के निर्देश पर डीएचओ डॉ. विजय आरख, डीसीएम डॉ. ज्ञानेश मिश्रा की अगुआई में ४ सदस्यीय टीम ने २ मई को मामले की जांच की थी।

डॉ. एलके तिवारी, सीएमएचओ का कहना है कि सीजर के बाद प्रसूता के मौत के मामले में नोटिस का जवाब नहीं देने पर नर्सिंग होम के संचालन पर रोक लगा दी गई है। अस्पताल के संचालन में नियमों का भी पालन नहीं हो रहा था।

Created On :   7 May 2024 11:54 AM GMT

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