1929 में मिली थी खोपड़ी, अब सामने आया ये बड़ा रहस्य

1929 में मिली थी खोपड़ी, अब सामने आया ये बड़ा रहस्य

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-29 07:17 GMT
1929 में मिली थी खोपड़ी, अब सामने आया ये बड़ा रहस्य

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पुरानी वस्तुओं और चीजों के आधार पर ही इतिहास का पता लगाया जाता है। पूर्व में घटित हुई किसी भी आपदा, रहन-सहन का पता इनके जरिए ही लगाया जाता है। फिर चाहे वह हड़प्पा हो या कलिमंजारो। कंकाल, मानवीय खोपड़ियां और शरीर के दूसरे हिस्से भी इस बात का पता लगाने में मदद करते हैं। इसी क्रम में एक मानवीय खोपड़ी भी 1929 प्राप्त हुई थी जो करीब 6 हजार साल पहले की है। जहां यह मिली थी वह एक द्वीप समूह है आैर पानी इसके चाराें अाेर है।


नयी जानकारी आई सामने 

इसके प्राप्त होने के बाद से ही लगातार इस पर रिसर्च जारी थी। अब इसके संबंध में न्यू इंफर्मेशन सामने आई है। कहा जा रहा है कि यह उस समय की हो सकती है जब दुनिया में सबसे पहले सुनामी आई थी। इसके गहन अध्ययन से ये बात पता लगायी गई है।

 

खोजकर्ताओं ने किया इसका  दावा

ऑस्ट्रेलिया की यूनीवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स ने खोजकर्ताओं ने इसका दावा किया है। यह इंडोनेशिया के समीप न्यू गिनी द्विप समूह के एटापे से प्राप्त किया गया था। वैज्ञानिकों के अनुसार जहां ये खोपड़ी मिली वह एक तटिय क्षेत्र था जहां संभवतः ये निवास करता था और सुनामी की चपेट में आने की वजह से इसकी मौत हुई होगी। 


दोबारा की खोज

साल 2014 में वैज्ञानिक फिर उसी स्थान पर गए थे जहां से इसे प्राप्त किया गया था। तलछटी, मिट्टी, पानी के अलावा हड्डियों की पूरी तरह जांच की जिसके बाद इस निर्णय पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि पहले भी जलवायु परिवर्तन होते रहे हैं सुनामी भी आई हैं तो ऐसा होना संभव है। 6 हजार साल पहले इस खोपड़ी के इंसान के साथ क्या हुअा, खाेपड़ी काे लेकर वैज्ञानिक बरसों तक उलझे रहे। गहन अध्ययन के बाद इस बात का पता लगाया जा सका है। 

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