ओस की बूंद से बनती है ये मिठाई, सिर्फ 3 माह ले सकते हैं स्वाद

ओस की बूंद से बनती है ये मिठाई, सिर्फ 3 माह ले सकते हैं स्वाद

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-12 05:21 GMT
ओस की बूंद से बनती है ये मिठाई, सिर्फ 3 माह ले सकते हैं स्वाद

डिजिटल डेस्क, वाराणसी। दुनिया में एक से एक खानें के व्यंजन और मिठाईयां हैं। विदेशों में तो कई स्थानों पर कीड़े, सांप, केकड़े से बने सूप और दूसरे व्यंजन बनाए जाते हैं और इन्हें बड़े ही चाव से खाया जाता है, लेकिन शायद ही आपको पता हो कि भारत में एक ऐसी भी मिठाई है जो ओस की बूंदों से बनती है। अपनी इसी खूबी की वजह से यह सिर्फ सर्दियों के तीन माह ही बन पाती है। ओस की बूंद से बनने वाली इस मिठाई की प्रसिद्धि दूर-दूर तक है। 

 

दरअसल, हम बात कर रहे हैं भारत के प्राचीन शहर बनारस की, जहां एक ऐसी मिठाई बनायी जाती है जो ओस की बूंदों के बगैर बनना संभव नही है। इसे लोग मलइयो के नाम से जानते हैं। बताया जाता है कि ये मिठाई इतनी स्वादिष्ट होती है कि खाने वाले इसका स्वाद कभी नही भूल सकते। इस मिठाई पर बनारस का एकाधिकार है। 

 

कैसे बनती है 

सुनकर आप सोच रहे होंगे कि आखिर मलइयो ओस की बूंदों से कैसे बनती है। असल में इसे बनाने के लिए पहले कच्चे दूध को बड़े.बड़े कड़ाहों में अच्छी तरह उबाला जाता है। जब दूध का रंग हल्का पीला हो जाता है तो इसे रात में छत पर खुले आसमान के नीचे रख दिया जाता है, जिससे की ओस की बूंदें इस पर पड़ती रहें। सुबह कड़ाहे के दूध को  मथनी से अच्छी तरह मथा जाता है। जब ये पूरी तरह मिक्स हो जाती है तो इसमें छोटी इलायची केसर एवं मेवा डालकर दोबारा मथा जाता है। 

 

 

त्वचा के लिए बहुत ही लाभप्रद 

ओस की बूंद पड़ने के बाद दूध में से झाग निकलने लगता है। इसके बाद ही इसे मथा जाता है। ओस की बूंद नेचुरल दवा बतायी गई है। इससे झुर्रियां नहीं पड़ती। ये त्वचा के लिए बहुत ही लाभप्रद बतायी गई है। साथ ही ये नेत्र ज्योति बढ़ाने के लिए भी बहुत ही लाभकारी बतायी गई है। 

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