किन्नर अन्नू 17 सालों से रखते हैं छठ व्रत, ऐसे पूर्ण करते हैं पूजा
किन्नर अन्नू 17 सालों से रखते हैं छठ व्रत, ऐसे पूर्ण करते हैं पूजा
डिजिटल डेस्क, बलिया। बिहार सहित झारखंड और उत्तर प्रदेश महापर्व छठ को पूरे देश में धूमधाम से चार दिनों तक मनाया गया। इस कठिन व्रत के लिए परवैतिन ने 36 घंटे का व्रत रखा। अपने परिवार और संतान की सुरक्षा के लिए मुख्यतः ये व्रत किया जाता है। लेकिन यहां हम आपको एक ऐेसे व्रती के बारे में बताने जा रहे हैं जो दूसरों के लिए छठ का व्रत पिछले 17 सालों से लगातार रखते आ रहे हैं। ये नजारा बलिया के घाट पर हर साल देखने मिलता है।
दूसरों के लिए हर साल रखते हैं व्रत
दरअसल, बलिया में एक किन्नर अन्नू आस्था और विश्वास की अनोखी मिसाल पेश करते हुए इस व्रत को धारण करता है। बीते सालों की तरह ही इस बार भी उन्होंने इस परंपरा को निभाया वह भी पूरे विधि-विधान से। अन्नू के अनुसार वे यह व्रत अपने जजमानों के परिवार और उनकी संतानों की सुरक्षा और बरकत के लिए रखते हैं। हर साल ही चार दिनों तक चलने वाले इस कठिन उपवास में वे भी 36 घंटे तक पानी की एक बूंद भी ग्रहण नहीं करते और चाैथे दिन ही उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद प्रसाद ग्रहण करते हैं।
साथी भी होते हैं अन्नू के साथ
इस उपवास के दौरान उनके साथी भी उनका पूरा साथ देते हैं। पूरे विधि-विधान से पूजन के लिए वे सभी सामग्री एकत्रित करते हैं और घाट पर जाकर पूजन करते हैं। अन्नू की ये आस्था अब पूरे बलिया में ही नहीं पूरे यूपी में फेमस हो चुकी है। छठ पूजन के लिए इस आस्था का सभी स्थानीय लोग सम्मान करते हैं।
परिवार होता है एक साथ
प्राचीन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस अनुपम महापर्व को लेकर कई कथाएं प्रचलित हैं। इस व्रत की खासियत है कि छठ पूजन के चार दिनों तक पूरा परिवार एक साथ होता है और सभी मिल जुलकर परंपराओं का निर्वहन करते हैं।