दुनिया में सबसे कम छुट्टियां लेते हैं भारतीय कर्मचारी  

दुनिया में सबसे कम छुट्टियां लेते हैं भारतीय कर्मचारी  

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-14 09:37 GMT

 

 

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। छुट्टियां लेकर अपनी फैमिली या फ्रेंड्स के साथ किसी शानदार डेस्टिनेशन पर जाने का मन तो सभी का करता है, लेकिन दफ्तर के काम के भारी दबाव के चलते ऐसा हो पाना आसान नहीं होता। आपके भी ऐसे कई सारी ट्रिप के प्लान बनकर अधूरे रह गए होंगे। आमतौर पर माना जाता है कि भारतीय काम पर जाने को लेकर कई बहाने बनाते हैं, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि दुनियाभर में सबसे कम छुट्टियां भारतीय कर्मचारी ही लेते हैं। एक सर्वे के मुताबिक, भारतीय लोग दुनिया के दूसरे देशों में काम करने वाले कर्मचारियों की तुलना में सबसे कम छुट्टियां लेते है, इसका नकारात्मक असर दिखने लगता है। 

 

 

सबसे कम छुट्टियां लेने वाला देश

एक सर्वेक्षण में ये पता चला है कि लगातार और ज्यादा काम करने की वजह से भारत दुनिया में पांचवां सबसे कम छुट्टी लेने वाला देश माना गया है। इस लिस्ट में दक्षिण कोरिया 82 प्रतिशत के साथ नंबर एक स्थान पर रहा है। इसके बाद फ्रांस (66%), मलेशिया (65%) और हांगकांग (64%) का स्थान है। सबसे ज्यादा छुट्टियों का लुत्फ उटाने वाले देश हैं, नॉर्वे (38%), नीदरलैंड (39%), आयरलैंड (44%), स्वीडन (44%) और ताइवान (44%)।

 

 

इस वजह से भारतीय नहीं लेते छुट्टियां

इस रिसर्च से पता चला है कि 55% भारतीय तो छुट्टी भी कम दिनों की ही लेते हैं। इतना ही नहीं 28% लोग तो छुट्टियां लेते ही नहीं हैं। अक्सर कंपनियां अपने कर्मचारियों पर इतना वर्कलोड डालती है कि छुट्टियां लेना नामुमकिन हो जाता है और आॉफिस में काम को पूरा करने के लिए पर्याप्त कर्मचारी भी उपलब्ध नहीं होते।

 

 

कर्मचारियों के लिए कुछ दिन की छुट्टी है जरूरी

किसी भी कंपनी को अपने कर्मचारियों को छुट्टी देना बेहद जरूरी है। ये उन्हें हेल्दी और फ्रेश रखता है साथ ही उन्हें कंपनी के प्रति और ईमानदार बनाता है। सर्वेक्षण में पाया गया है कि भारतीयों ने पिछले छह महीनों से छुट्टियां नहीं ली है, क्योंकि 37% लोग छुट्टी ले ही नहीं सकते, 36% लोगों को काम से फुर्सत ही नहीं मिलती और 27% लोग लंबी छुट्टियों के लिए प्लान कर रहे हैं जिस वजह से वो छुट्टियां नहीं ले पा रहे हैं।

 

 

काम के प्रति बढ़ता है फोकस

एक अच्छी छुट्टी और कम से कम एक या दो बार प्रतिवर्ष काम से डिस्कनेक्ट होना न केवल आपको फ्रेश करता है बल्की आपके स्ट्रेस लेवल को भी कम करता है। छुट्टियां लेने से काम पर नेगेटिव असर नहीं होता, बल्कि छुट्टियों से वापस आने पर कर्मचारी काम पर और ज्यादा ध्यान दे पाते हैं। 

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