इस राजा की हैं 60 पत्नियां, भारत से म्यांमार तक फैला परिवार

इस राजा की हैं 60 पत्नियां, भारत से म्यांमार तक फैला परिवार

Bhaskar Hindi
Update: 2017-09-01 04:52 GMT
इस राजा की हैं 60 पत्नियां, भारत से म्यांमार तक फैला परिवार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। खाना खाया भारत में और सोने चले गए म्यांमार, शायद ही कभी आपने ऐसे परिवार के बारे में सुना होगा, लेकिन आज हम आपको जिनसे मिलाने जा रहे हैं वह कोई और नहीं, बल्कि नागालैंड के लोंगवा गांव में कोन्याक जनजाति के लोग रहते हैं। यही नहीं इनके राजा की 60 पत्नियां हैं, जिसकी वजह से इस जनजाति एक बहुत बड़ा हिस्सा इनका ही परिवार है। 

75 गांव इनके अधीन

दरअसल, इस गांव का आधा हिस्सा भारत में तो आधा हिस्सा म्यांमार में है। इस जनजाति के राजा का नाम अंग नगोवांग है, जिनके अधीन लोंगवा समेत कुल 75 गांव आते हैं। इनके घर के बीच से होकर म्यांमार और भारत बॉर्डर गुजरती है। ऐसे में इनका परिवार आधा काम भारत में और आधा म्यांमार में करते हैं, जो कि असल में इनका ही घर है। 

हेड हंटर्स 

60 पत्नियां होने की वजह से राजा अपने परिवार में बहुत व्यस्त रहते हैं। इनका बेटा म्यांमार आर्मी में है। इस जनजाति को हेड हंटर्स के नाम से भी जाना जाता है। पहले ये लोग इंसानों को मारकर उसके सिर को अपने साथ ले जाते थे। हालांकि 1960 के दशक बाद यहां हेड हंटिंग नहीं होती है, लेकिन लोगों के घरों में सजाए गई खोपड़ियों को देखा जा सकता है। 

दोनों देशों की नागरिकता

भारत-म्यांमार सीमा पर होने के कारण यहां के लोगों को तकनीकी तौर दोनों ही देशों की नागरिकता मिली हुई है। ऐसे में इन्हें म्यांमार जाने के लिए न तो वीजा की जरूरत होती है और न ही भारतीय पासपोर्ट की। ये लोग दोनों ही देशों में आने-जाने के लिए स्वतंत्र हैं। इस जनजाति की संख्या भी अन्य जनजातियों की तुलना में अधिक है। इनकी भाषा नागमिस है, जो नागा और आसामी भाषा से मिलकर बनी है। इस जनजाति का अपना अलग वर्चस्व है जिसकी वजह से ये अलग ही पहचान दोनों देशों में रखते हैं। 

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