फनी रिपोर्टर चांद नवाब एक बार फिर हाजिर हुए अपने नए वीडियो के साथ
फनी रिपोर्टर चांद नवाब एक बार फिर हाजिर हुए अपने नए वीडियो के साथ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कुछ साल पहले P2C (पीस टू कैमरा) के अपने अनोखे अंदाज के कारण इंटरनेट पर मशहूर हुए पाकिस्तानी पत्रकार चांद नवाब एक बार फिर दर्शकों के सामने हाजिर हुए हैं। इस बार मियां चांद रेलवे स्टेशन के बजाए कराची में पान की दुकान पहुंचे और वहां के पान की तारीफ करते हुए नजर आ रहे हैं, पर अपनी लाइन भूलने की आदत के कारण हंसी का विषय बने हुए हैं। पान को लेकर आया उनका यह अनोखा वीडियो खूब वायरल हो रहा है।
फिल्म बजरंगी भाईजान के नवाजुद्दीन सिद्दिकी वाले किरदार के असल नायक पत्रकार चांद नवाब एक बार फिर इंटरनेट पर धूम मचा रहे हैं। कराची की एक दुकान पर पान का स्वाद लेने पहुंचे चांद नवाब उसकी तारीफ अपने अंदाज में कर रहे हैं। दरअसल नवाब जैसे ही बोलना शुरू करते हैं तो अपनी अगली लाइन भूल जाते हैं और फिर शुरुआत से दोहराने लगते हैं। उनकी यही आदत लोगों हंसने पर मजबूर कर रही है। चांद दुकान में काम करने वाले को निर्देश भी दे रहे हैं। कैमरे के सामने ही चांद दुकान वाले से कह रहे हैं कि "जैसे ही मैं 92 न्यूज बोलूं तो पान मेरे मुहं में डाल देना"।
"पान हमारी शखाफत है"
कराची के पत्रकार चांद नवाब यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि, कराची का यह पान कितना स्वादिष्ट है, लेकिन हमेशा की तरह अपनी लाइन भूल जाते हैं। अपने P2C में चांद कह रहे हैं कि "पान हमारी शखाफत है" और बात को खत्म करते हुए एक पान अपने मुंह में रख लेते हैं। मुंह में पान होने के कारण अपनी अगली लाइन बोलने में नवाब संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। अपने भूलने की और लाइन बार बार दोहराने के कारण उनका कार्यक्रम समाचार के बजाए हास्य ज्यादा लग रहा है। भारत और पाकिस्तान दोनों ही जगह उनका यह वीडियो जमकर वायरल किया जा रहा है। वरिष्ठ पाकिस्तानी पत्रकार रेहम खान ने भी चांद नवाब के इस वीडियो को शेयर करते हुए कहा कि "मुझे कराची का पान और उर्दू बेहद पसंद है, कराची के लोग जानते हैं कि कैसे अपने शहर के नाम का उच्चारण करना है"।
2008 में पत्रकार चांद नवाब का वीडियो सामने आया था, जिसमे वे ईद के त्यौहार के बारे में अपने दर्शकों से बात कर रहे थे। चांद कहने की कोशिश कर रहे थे कि "ईद मनाने........, ईद मनाने के लिए........." लेकिन स्टेशन पर तेजी से गुजरती भीड़ ने उन्हें बोलने का मौका ही नहीं दिया।