दुनिया का सबसे ठंडा शहर, 2 महीने तक रहती है अंधेरे की चादर

दुनिया का सबसे ठंडा शहर, 2 महीने तक रहती है अंधेरे की चादर

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-06 08:04 GMT
दुनिया का सबसे ठंडा शहर, 2 महीने तक रहती है अंधेरे की चादर

डिजिटल डेस्क। अगर हम आप से कहें कि दुनिया में एक ऐसा शहर भी है, जहां दो महीने तक बिल्कुल अंधेरा रहता है तो क्या आप यकीन करेंगे? शायद नहीं, लेकिन ऐसा हकीकत में होता है। इसकी वजह भी बेहद ही खतरनाक है, जिसके बारे में जानकर ही आप हैरान- परेशान हो जाएगें। इस शहर का नाम है नोरिल्स्क, जो रूस के साइबेरिया में पड़ता है। इस शहर को दुनिया का सबसे ठंडा शहर माना जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ठंड के दिनों में यहां का न्यूनतम तापमान -61 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है, जबकि यहां का औसत तापमान भी माइनस 10 डिग्री सेल्सियस रहता है।

नोरिल्स्क में पडने वाली जबरदस्त ठंड का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यहां साल के 9 महीने तक बर्फ ही जमी रहती है। कहा जाता है कि यहां हर तीसरे दिन लोगों को बर्फीले तूफान का सामना करना पड़ता है। यहां रहने वाले लोग तो दो महीने तक (दिसंबर से जनवरी) सूर्योदय ही नहीं देख पाते हैं, क्योंकि ठंड की वजह से यहां लगातार बर्फ गिरती रहती है। सूर्य न निकलने के कारण इन दो महीनों में यहां अंधेरा ही छाया रहता है।

यह शहर रूस की राजधानी मॉस्को से करीब 2900 किलोमीटर की दूरी पर बसा है। हैरानी की बात तो ये है कि इस शहर में पहुंचने के लिए कोई सड़क ही नहीं है। यहां आने के लिए लोग विमानों या नौकाओं का सहारा लेते हैं। अधिक ठंड होने के कारण यहां के लोग डिप्रेशन, नर्वसनेस आदि अन्य बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। हालांकि यहां लोगों की जरूरत की सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नोरिल्स्क को रूस का सबसे अमीर शहर कहा जाता है, क्योंकि यहां दुनिया का सबसे बड़ा प्लैटिनम, पैलेडियम धातु का भंडार है। हालांकि इस शहर को दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में से भी एक माना जाता है, क्योंकि यहां बड़े पैमाने पर माइनिंग और रिफाइनिंग का काम होता है, जिससे भारी मात्रा में सल्फर डाइऑक्साइड निकलता है। रिपोर्ट के मुताबिक यहां की हवा में सल्फर डाइऑक्साइड की मात्रा इतनी ज्यादा है कि यहां करीब 30 किलोमीटर के दायरे की वनस्पति ही खत्म हो गई है।

Similar News