करोड़ों में बिकती है इस मछली की उल्टी
करोड़ों में बिकती है इस मछली की उल्टी
डिजिटल डेस्क। दुनिया के लगभग सभी देश तस्करी से परेशान हैं। इसके लिए कई देशों ने कड़े कानून बनाए हुए हैं। बावजूद इसके तस्करी पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है। सोना, चांदा, हीरे, मोती, इंसान और जानवरों की तस्करी की जाती है। इसके अलावा एक ऐसी चीज की भी तस्करी की जाती है जिने सुन कर आपको उल्टी आजाएगी। दरअसल ये चीज है व्हेल मछली की उल्टी। सुनकर आपको हैरानी हुई होगी कि एक मछली की उल्टी कैसे इतनी कीमती हो सकती हैं? आपको एक और बात बता कि ये उल्टी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बहुत महंगी बिकती है। इसलिए इसकी तस्करी का काम तेजी से बढ़ रहा है।
हाल ही में महाराष्ट्र के ठाणे पुलिस ने कुछ तस्करों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से व्हेल मछली की उल्टी का एक पत्थर मिला है। जिसकी जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 22 करोड़ है। पुलिस की गिरफ्त में आए तीनों तस्कर मछुआरे हैं और पानी के रास्ते ये तस्करी को अंजाम देते हैं।
क्यों है इतनी महंगी?
व्हेल की आंतों में मोम जैसा तरल पदार्थ होता है जो उल्टी करने पर बाहर आ जाता है। पानी में तैरते हुए ये किनारे लग जाता है और सूखने पर सख्त हो जाता है। ये पदार्थ सुगंधित होता है जिसका इस्तेमाल महंगा इत्र, स्प्रे, दवाओं, सुगंधित तेल, लुब्रिकेंट्स आदि बनाने में होता है। इस पदार्थ का भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। मध्य युग के दौरान यूरोपीय लोग सिरदर्द, सर्दी, मिर्गी और अन्य बीमारियों के लिए दवा के रूप में एम्बरग्रीस का उपयोग करते थे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी बहुत मांग है।
रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब की कई परफ्यूम कंपनियों के ट्रेडर्स ने 19,500 डॉलर प्रति किलो की कीमत लगाया है। बता दें कि इस वैक्स का इस्तेमाल कई लग्जरी-कॉस्मेटिक ब्रॉन्ड्स जैसे Chanel और Lanvin करते हैं।