चीन से 11 हजार करोड़ का कर्ज लिया था अंबानी ने, अब डिफॉल्टर होने की कगार पर
चीन से 11 हजार करोड़ का कर्ज लिया था अंबानी ने, अब डिफॉल्टर होने की कगार पर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशन ने चाइना डेवलपमेंट बैंक (CDB) से करीब 11,460 करोड़ रुपए (1.78 बिलियन डॉलर) का कर्ज लिया था, जिसे चुकाने में देरी होने के बाद बैंक ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में बैंकरप्सी के लिए एप्लीकेशन फाइल की है। चीनी बैंक ने अंबानी की आरकॉम पर डिफॉल्टर होने का केस लगाया है। इस खबर के आते ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी के शेयर तकरीबन 6.37 फीसदी तक गिर गए। हालांकि आरकॉम ने इस तरह की कोई भी खबर से इनकार किया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन ने चाइना डेवलपमेंट बैंक से करीब 11,460 करोड़ रुपए (1.78 बिलियन डॉलर) का कर्ज लिया था। आरकॉम के मुताबिक कर्ज चुकाने की अवधि में अभी भी थोड़ा समय बाकी है। इसके बावजूद चीनी बैंक ने आरकॉम के खिलाफ डिफॉल्टर होने का केस नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में दर्ज करा दिया है। बता दें कि, रिलायंस कम्युनिकेशन पिछले काफी समय से कर्ज में डूबी हुई है। इससे पहले भी कंपनी ने स्वीडिश कंपनी एरिक्सन से करीब 1150 करोड़ का कर्ज लिया था, जिसे वो चुका नहीं पाई है। इसके अलावा मणिपाल टेक्नोलॉजी नाम की एक कंपनी भी अपने करीबन 2.74 करोड़ रूपए लेने की कोशिश कर रही है।
आरकॉम ने किया इनकार
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस खबर के सामने आने के बाद आरकॉम ने इस बात से साफ इनकार करते हुए कहा है कि उसे NCLT में चीनी बैंक की तरफ से फाइल की गई एप्लीकेशन को लेकर कोई नोटिस अब तक नहीं मिला है। आरकॉम का कहना है कि वो स्ट्रैटिजिक डेट रिस्ट्रक्चरिंग (SDR) प्रोसेस के सफल समाधान के लिए जॉइंट लेंडर्स फोरम (JLF) के साथ काम कर रही है। उसका कहना था कि CDB भी JLF के साथ काम कर रही है। आरकॉम ने कहा कि वो CDB की ओर से उठाए गए इस तरह के कदम से हैरान है। कंपनी ने कहा कि उसे उम्मीद है कि वह CDB समेत सभी लेंडर्स के साथ मिलकर इस संकट का समाधान निकाल लेगी।
आरकॉम बंद कर चुकी है 2G सर्विस
रिलायंस कम्युनिकेशन ने घाटे के कारण 2G मोबाइल सर्विस बंद कर दी है, हालांकि कंपनी की 3जी और 4जी सर्विस अभी भी चालू है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी के एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर गुरदीप सिंह ने एक बयान जारी कर कहा है, "हम उस सिचुएशन में हैं कि हमें वायरलेस बिजनेस को बंद करना पड़ रहा है। हम वायरलेस सर्विस को 30 दिनों से ज्यादा चालू नहीं रख सकते हैं।" उन्होंने कहा कि कंपनी आईएलडी वॉइस, कंज्यूमर वॉयस, मोबाइल टावर और 4जी पोस्टपेड डोंगल चालू रखेगी। इसके अलावा कंपनी की सारी सर्विसेस बंद होंगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी पर तकरीबन 46,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। इसके साथ ही ये भी बताया जा रहा है कि कंपनी अपने 7 हजार से ज्यादा एम्पलॉयज की छुट्टी करने जा रही है। इसके लिए कंपनी ने अपनी तरफ से सभी कर्मचारियों को एक महीने का नोटिस थमा दिया है।
टॉवर बिजनेस भी बिकने की कगार पर
अनिल अंबानी की आरकॉम अभी इतने घाटे में चल रही है कि वो अपना जमा-जमाया बिजनेस भी बेचने की तैयारी कर रही है। बताया जा रहा है कंपनी अपना टॉवर बिजनेस बेचने की तैयारी में है और इसके लिए कनाडा की एक कंपनी ब्रुकफील्ड से भी बात चल रही है। हालांकि अभी कंपनी का टॉवर बिजनेस अच्छा प्रॉफिट दे रहा है, लेकिन इसके बाद आरकॉम अपनी हिस्सेदारी बेचने पर लगा हुआ है। बता दें कि जियो के आने के बाद से अनिल अंबानी की कंपनी काफी घाटे में है और उसे काफी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।