सेंसेक्स में 508 अंक की गिरावट, निफ्टी 16,100 के नीचे बंद हुआ

क्लोजिंग बेल सेंसेक्स में 508 अंक की गिरावट, निफ्टी 16,100 के नीचे बंद हुआ

Manmohan Prajapati
Update: 2022-07-12 10:32 GMT
सेंसेक्स में 508 अंक की गिरावट, निफ्टी 16,100 के नीचे बंद हुआ

डिजिटल डेस्क, मुंबई। दुर्बल वैश्विक बाजारों तथा एस जी एक्स के कारण देश का शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के दूसरे दिन (12 जुलाई 2022, मंगलवार) गिरावट के साथ बंद हुआ। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर रहे। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 508.62 अंक यानी कि 0.94% की गिरावट के साथ 53,886.61 के स्तर पर बंद हुआ।

वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 157.70 अंक यानी कि 0.97% की गिरावट के साथ 16,058.30 के स्तर पर बंद हुआ।

जबकि बैंक निफ्टी ने 337.40 अंकों की गिरावट के साथ 35132.25 पर समाप्ति दी। पावर तथा रियलिटी के अतिरिक्त अन्य सभी क्ष्रेत्र विशेष लाल रंग में रहे। मेटल एवं ऑटो में सर्वाधिक हानि रही। निफ्टी के 50 शेयरों में से 44 लाल रंग में रहे जो व्यापक बिकवाली दर्शाता है। निफ्टी के शेयरों में एनटीपीसी, बजाज फाइनेंस, अडानी पोर्ट, कोल इंडिया में सर्वाधिक बढ़त रही जबकि आइशर मोटर, बीपीसीएल, हिंडाल्को तथा इंफी में सबसे अधिक गिरावट रही।

तकनीकी आधार पर पिछले तीन दिनों से निफ्टी हायर लो तथा लोअर  लो प्रारूप पर ट्रेड कर रहा है जो चार्ट पर नकारात्मक गतिविधि का संकेत है। इसके अतिरिक्त निफ्ट ने दैनिक चार्ट पर बियरिश कैंडल बनाया है जो मंदड़ियों के बहुत सक्रिय होने का संकेत है। निफ्टी ने 21 दिनों में एचएमए  16025 पर सपोर्ट ले एक तेजी दिखाई थी पर इस स्तर को तोड़ने पर और भी मंदी की चाल दिख सकती है।

निफ्टी के ओपन इंटरेस्ट डेटा में कॉल में सर्वाधिक ओपन इंटरेस्ट 16500, फिर 16200 पर है जबकि पुट में 16000, फिर 15700 पर है। मोमेन्टम संकेतक स्टॉकिस्टिक दैनिक अवधि के प्रारूप में नकारात्मक क्रॉस ओवर के साथ ट्रेड कर रहा है तथा ओवरबाउट क्षेत्र से उछला है जो मंदी का संकेत है। निफ्टी 16000-15900 में सपोर्ट ले सकता है, तेजी की स्थिति में 16260 एक तात्कालिक अवरोध है। 

बैंक निफ्टी का सपोर्ट 34500 तथा रेसिस्टेन्स 35500 है। कुलमिला कर शेयर विशेष में चाल दिखेगी। निफ्टी 16000 का स्तर तोड़ नीचे ही रहता है तो और भी गिरावट दिख सकती है। अभी वैश्विक संकेत किसी भी ट्रेंड के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण हो गए हैं।

पलक कोठारी
रीसर्च एसोसिएट
चॉइस ब्रोकिंग

Source: Choice India

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